सामाजिक एवं आर्थिक विकास की प्रथम शर्त, मानव अधिकार की कद्र
तिराना, रविवार, 21 सितम्बर 2014 (वीआर सेदोक)꞉ अल्बानिया में अपनी प्रेरितिक यात्रा
के प्रथम पड़ाव तिराना स्थित राष्ट्रपति भवन में रविवार 21 सितम्बर को संत पापा फ्राँसिस
ने अल्बानिया के राष्ट्रपति बुजार निशानी एवं अन्य सरकारी अधिकारियों से मुलाकात की। संत
पापा ने अल्बानिया में उनके निमंत्रण हेतु उन्हें धन्यवाद दिया तथा राष्ट्र की आजादी
के खातिर उनके बलिदान की सराहना की। उन्होंने कहा, अल्बानिया को पुनः स्थापित होने
में एक चौथाई सदी की अवधि पार करनी पड़ी किन्तु उसका पुरस्कार उन्हें स्वतंत्रता के रूप
में मिला। इस अनुभव ने अल्बानियाई समाज में भौतिक एवं आध्यात्मिक पुनःनिर्माण द्वारा
लोगों को उत्साह और उमंग से भर दिया है तथा दुनिया के अन्य देशों के साथ सहयोग करने का
प्रोत्साहन दिया है। स्वतंत्रता की इस खोज ने भविष्य को आशा और विश्वास से देखने तथा
देशों के साथ मित्रता बनाने में मदद दी है। संत पापा ने कहा कि सामाजिक एवं आर्थिक
विकास की प्रथम शर्त है मानव अधिकार की कद्र जिसके तहत व्यक्ति को धर्म मानने एवं अभिव्यक्ति
की स्वतंत्रता प्रदान किया जाना आवश्यक है। उन्होंने कहा, ″जब मानव व्यक्ति की प्रतिष्ठा
का सम्मान किया जाए, उसके अधिकारों को स्वीकृति एवं सुनिश्चिता प्रदान की जाए तथा उनकी
रचनात्मकता तथा क्षमताओं को विकसित होने दिया जाए तब मानव व्यक्तित्व भले कार्यों में
प्रस्फुटित होता जो आगे चलकर सार्वजनिक हित में बदल जाता है।″ संत पापा ने अल्बानियावासियों
के विभिन्न धर्मानुयायियों एवं संस्कृतियों के बीच विद्यमान आपसी समझदारी एवं एकतापूर्ण
भावना की सराहना की। उन्होंने अल्बानिया के अधिकारियों का अह्वान करते हुए कहा कि
जब कभी हिंसा की स्थिति उत्पन्न हो जाये वे ईश्वर के सैनिक बने। कोई भी धर्म मानव प्रतिष्ठा
का विरोधाभास न बने विशेषकर जीने और धर्म मानने की स्वतंत्रता के विरूद्ध।