वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 4 सितम्बर 2014 (वीआर अंग्रेजी)꞉ संत पापा फ्राँसिस ने बुधवार
3 सितम्बर को ‘लाभ के तर्क’ पर ‘एकजुटता एवं न्याय’ की जीत को प्रबल बतलाया।
साप्ताहिक
आम दर्शन समारोह के अंत में संत पापा ने तेरनी नारनी अमेलिया के धर्माध्यक्षों के साथ
अपनी आवाज बुलंद करते हुए कहा, ″मैं उन परिवारों की कठिन परिस्थिति के प्रति गहरी संवेदना
व्यक्त करता हूँ जो थाएस्सेनक्रूप की घोषणा से हताहत हैं।″
ज्ञात हो कि संत पापा
सेंट्रल इटली के तेरनी शहर स्थित थायसेनक्रूप स्टील प्लांट में कार्यरत उन मजदूरों का
पक्ष लेकर बोल रहे थे जिन्हें जर्मन कम्पनी ने नौकरी से हटाये जाने की घोषणा की है। तेरनी
नारनी अमेलिया के धर्माध्यक्ष जुसेप्पे पेमोंतेसे ने थायसेनक्रूप स्टील प्लांट के अधिकारियों
से आग्रह की थी कि वे जर्मन व्यापारिक आदर्श ‘भागीदारी’की भावना का अनुपालन करें।
संत
पापा ने कहा कि लाभ अर्जित करने का तर्क एकता एवं न्याय पर प्रबल नहीं हो सकता। सभी कार्यों
के केंद्र में मानव व्यक्ति और उसकी मर्यादा होनी चाहिए। जीविका हेतु नौकरी के साथ खिलवाड़
नहीं किया जाना चाहिए। संत पापा ने कहा कि धन या व्यापार अथवा अधिक धन अर्जित करने के
उद्देश्य से व्यक्ति की नौकरी समाप्त कर देना उनकी प्रतिष्ठा एवं व्यक्तित्व पर कड़ा
प्रहार है।