संत पापा द्वारा ईराक के शरर्णार्थी शिविर में फोन पर बात की पुष्टि
वाटिकन सिटी, शनिवार, 30 अगस्त 2014 (वीआर सेदोक)꞉ वाटिकन ने इस बात की पुष्टि की है
कि संत पापा फ्राँसिस ने ईराक के शरर्णार्थी शिविर में राहत कार्य में जुटे फादर बेहनाम
बेनोका से टेलीफोन पर बातें की थी।
वाटिकन प्रेस के उपाध्यक्ष फादर चीरो बेनेडितिनी
ने 30 अगस्त को एक प्रेस विज्ञप्ति प्रकाशित कर बताया कि कोरिया से लौटने के बाद संत
पापा ने फादर बेनोका से फोन पर बात की थी। संत पापा ने फोन पर बातें करते हुए अत्याचार
के शिकार ख्रीस्तीयों के प्रति अपनी सहानुभूति एवं आध्यात्मिक सामीप्य प्रकट करते हुए
कहा कि वे उनके दुःखों को कम करने के लिए हर सम्भव प्रयास जारी रखेंगे। संत पापा ने उन्हें
अपना प्रेरितिक आशीर्वाद दिया तथा ईश्वर से प्रार्थना की कि वे विश्वास में दृढ़ बने
रहें।
ज्ञात हो कि ईराक के फादर बेहनाम बेनोका ने संत पापा के नाम ‘आँसू के पत्र’
शीर्षक से एक पत्र लिखा था जो कोरिया से रोम वापसी यात्रा के समय पत्रकार एलेन होल्ट्रेन
द्वारा संत पापा को अर्पित किया गया था।
पत्र में फादर ने संत पापा को लिखा था
″संत पिता हमारे दयालु गड़ेरिये। आज मैं एक शरणार्थी शिविर में डॉक्टरों एवं स्वयंसेवकों
के साथ हूँ अत्याचार के शिकार लोगों को दवाई एवं राहत कार्यों द्वारा मदद पहुँचा रहा
हूँ।″ फादर बेहनाम ने वहाँ के हज़ारों लोगों की दुखद स्थिति की जानकारी देते हुए
लिखा था, ″आपके भेड़ों की स्थिति अत्यन्त दयनीय है, वे मर रहे हैं, भूखे हैं तथा बच्चे
तितर-बितर हो रहे हैं। हम पुरोहित एवं धर्मसमाजी कम संख्या में हैं तथा सहमे हुए हैं
क्योंकि हम आपके बच्चों की देखभाल नहीं कर पा रहे हैं।″
ईराक के लोगों पर अत्याचार
को खत्म करने की अपील के लिए फादर ने संत पापा के प्रति अपनी कृतक्षता प्रकट की थी। उन्होंने
संत पापा से आशीष की कामना करते हुए लिखा था कि मैं यह पत्र आँसू बहाते हुए लिख रहा हूँ
क्योंकि यहाँ हम सब अंधेरी घाटी में क्रूर भेड़ियों के बीच रह रहे हैं। मुझे भय है कि
हम आपके कई बच्चों को खो देंगे, विशेषकर, नन्हे बच्चों को जो प्रति दिन संघर्ष से जूझ
रहे हैं तथा अधिक कमज़ोर होते जा रहे हैं। हमें अपना आशीर्वाद दीजिए ताकि हम शक्ति पाकर
आगे बढ़ सके।