2014-08-30 16:03:26

मानव तस्करी के शिकार करीब 400 व्यक्ति छुड़ाये गये


गुवाहाटी, शनिवार, 30 अगस्त 2014 (उकान)꞉ असम पुलिस ने 29 अगस्त को मानव तस्करी के शिकार 422 लोगों को दलालों के हाथों से छुड़ाया तथा 281 अपराधियों को गिरफ्तार किया।

आपराधिक जांच विभाग ने इस बात की पुष्टि की है कि सन् 2011 ई. से ही भारत के उत्तर पूर्वी क्षेत्रों में यह एक गंभीर समस्या बनी हुई है।
अधिकारिक रिर्पोट के अनुसार 2011 ई. में मानव तस्करी के 93 केस दर्ज थे जिनमें 36 नाबालिग तथा उनमें 28 बालिकाएँ थीं।

2013 में मानव तस्करी के शिकार लोगों की संख्या बढ़कर 188 हो गयी थी जिसमें 18 साल से कम उम्र के नाबालिकों की संख्या 94 थी।
पुलिस महानिदेशक मुकेश सहाय ने कहा, ″समस्त उत्तर पूर्वी क्षेत्र महिलाओं और बच्चों की तस्करी के लिए कुख्यात क्षेत्र है।″

उन्होंने कहा कि लोग मानव तस्करी के शिकार इसलिए बनते हैं क्योंकि वे गरीबी, हिंसा, जातीय संघर्ष एवं प्राकृतिक प्रकोपों और बाढ़ आदि से बचने एवं जीविका की तलाश में क्षेत्र से बाहर चले जाते हैं।
पुलिस ने बतलाया कि कई लड़कियों एवं महिलाओं को मुम्बई, हैदराबाद चेन्नाई एवं सिलीगुड़ी से छुड़ाया गया है। उन्होंने कहा कि असम में अभी 14 मानव तस्करी विरोधी दल मौजूद हैं।









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