रोम, शुक्रवार, 29 अगस्त 2014 (वीआर सेदोक)꞉ संत अगुस्तीन के पर्व दिवस पर 28 अगस्त को
वाटिकन के राज्य सचिव पीयेत्रो परोलिन ने संत अगुस्तीन महागिरजाघर में पावन ख्रीस्तयाग
अर्पित किया। वाटिकन राज्य सचिव ने याद किया कि गत वर्ष संत पापा फ्राँसिस ने इसी
गिरजाघर में पावन ख्रीस्तयाग अर्पित कर संत अगुस्तीन को समर्पित धर्मसमाज की महासभा का
उद्घाटन किया था। उन्होंने प्रवचन में प्रेरित चरित से लिए गये पाठ पर चिंतन करते
हुए कहा कि धर्मसमाज की स्थापना संत अगुस्तीन की आध्यात्मिकता को अपनाते हुए प्रथम ख्रीस्तीय
समुदाय की तरह एक हृदय एवं एक प्राण होकर जीने तथा सुसमाचार प्रचार करने के लिए हुई है।
उन्होंने संत अगुस्तीन की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संत अगुस्तीन अपने पूर्व
के दिनों में अंधकार में भटकता रहा किन्तु जब उसका मन परिवर्तन हुआ तब वह सुसमाचार का
बड़ विश्वस्त एवं उदार उद्घोषक बन गया। सुसमाचार प्रचार, अध्ययन, प्रार्थना तथा ध्यान
चिंतन की प्रेरिताई द्वारा सभी को ख्रीस्त के पास लाना उसकी तीव्र इच्छा थी। एक भले
गड़ेरिये के रूप में ख्रीस्त ने जिस प्रकार अपनी भेड़ों के लिए अपने प्राण अर्पित किये
उसी प्रकार संत अगुस्तीन ने भी अपनी सारी शक्ति एवं क्षमता लोगों की आध्यात्मिक भलाई
हेतु समर्पित किया। कार्डिनल परोलिन ने उपस्थित भक्तों से आग्रह करते हुए कहा कि हम
संत अगुस्तीन के उदाहरणों पर चलते हुए पुनर्जीवित ख्रीस्त पर भरोसा रखें तथा एक साथ मिलकर
ईश राज्य के विस्तार हेतु कार्य करें।