सामाजिक अन्याय और गरीबी को लड़नेवाले ‘उज्ज्वल दीपक’ थे जेम्स फोले
मारकेट, अमेरिका, सोमवार 25 अगस्त, 2014 (सीएनए) इस्लामिक उग्रवादियों द्वारा कत्ल किये
गये अमेरिकी पत्रकार जेम्स फोले के जेस्विट युनिवर्सिटी के प्रोफेसर विलियम थोर्न ने
जेम्स की मृत्यु पर शोक व्यक्त करते हुए कहा, "जेम्स की मृत्यु से सारा युनिवर्सिटी परिसर
शोकित है। जेम्स एक ऐसे ‘उज्ज्वल दीपक’ थे जो सामाजिक अन्याय, गरीबी और इससे संबंधित
समस्याओं को बरदाश्त नहीं कर सकते थे।"
उन्होंन कहा, " जेम्स सोचा करते थे कि
युद्ध क्षेत्र में होनेवाले अन्यायों और समस्याओं पर बने उनके वीडियो वृत्तचित्र से दुनिया
में बदलाव आयेगा।"
विदित हो कि इस्लामिक स्टेट ऑफ़ इराक और लेवान्त (आईएसआईएस)
के उग्रवादियों ने 19 अगस्त को एक वीडियो जारी किया था जिसमें उन्होंने जेम्स की हत्या
कर दी थी। हत्या का कारण बतलाते हुए उन्होंने कहा था कि अमेरिकी हवाई हमलों से हज़ारों
निर्दोष अल्पसंख्यक के मारे जाने का बदला है।
40 वर्षीय जेम्स फोले न्यु हैम्पसायर
निवासी थे जिन्हें सीरिया के गृहयुद्ध के समय सन् 2012 में अपहरण कर लिया गया था।
जेम्स की शिक्षा जेस्विटों द्वारा संचालित विन्सकोन्सिन के मारकेट युनिवर्सिटी में
हुई थी। लीबिया के संघर्ष में भी रिपोर्टिंग करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था
और 44 दिनों तक जेल में रखा गया था।
मुक्त होने के बाद मारकेट आने पर उसने बताया
था कि गिरफ़्तारी के दिनों में उन्होंने प्रार्थना का महत्व सीखा और रोजरी माला से प्रार्थना
की।
मारकेट परिसर में एकत्र विद्यार्थियों ने बतलाया कि अपना दायित्व निभाते
हुए जेम्स हर प्रकार के भय से मुक्त रहा।
युनिवर्सिटी परिसर में उपस्थित जेम्स
के माता-पिता जोन और दियाने ने कहा, " उनके लिये सांत्वना प्राप्त करना आसान है क्योंकि
उनके पुत्र ईश्वर के हाथ में हैं और उसने अपना दायित्व निभाते हुए अपना जीवन दे दिया
है।
जेम्स की मृत्यु से हम दुःखी हैं, पर न हम घृणा करते न ही हमारे दिल में बदले
की भावना है।
प्रोफेसर विल थोर्न ने बतलाया कि 26 अगस्त को मृत्त जेम्स के सम्मान
में एक ‘होली फैमिली चैपल’ में एक प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया है।