2014-08-13 12:42:45

सेओलः दक्षिण कोरिया भी समस्याओं से अछूता नहीं, धर्माध्यक्ष यू-इल


सेओल, बुधवार, 13 अगस्त सन् 2014 (विभिन्न सूत्र): कोरियाई काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अध्यक्ष धर्माध्यक्ष पीटर काँग यू-इल ने कहा है कि दक्षिण कोरिया में हालांकि कलीसिया फल फूल रही है तथापि समस्याएं भी कम नहीं है।

धर्माध्यक्ष पीटर काँग यू-इल ने हाल ही में पत्रकारों के साथ बातचीत में कहा कि प्रबल होती आशाओं के बीच यह भी नहीं भुलाया जा सकता कि कोरिया में कलीसिया और समाज दोनों ही समस्याओं से अछूते नहीं हैं।

उन्होंने कहाः "देश ने दीर्घ काल तक कठिनाइयों एवं क्लेश का सामना किया है किन्तु संकट एवं निराशा सह रही विश्व की उत्पीड़ित कलीसियाओं के लिये कोरिया प्रेरणा का स्रोत सिद्ध हो सकता है।"

यात्रा की आधिकारिक वेबसाईट पर उन्होंने लिखा कि कोरिया ने "द्रुत आर्थिक एवं सामाजिक विकास का अनुभव पाया है और अब वह नित्य बढ़ते सामाजिक ध्रुवीकरण के कारण उभरते कलहों के साथ संघर्ष कर रहा है।" उन्होंने कहा, "सन्त पापा फ्राँसिस की पुकार को प्रतिध्वनित करते हुए कलीसिया को, अपने आप से बाहर निकलना चाहिये तथा अपने सारे दुःख-सुख सहित, सुसमाचार को साथ लेकर, विश्व के साथ साक्षात्कार करना चहिये।"

सेओल महाधर्मप्रान्त के प्रवक्ता फादर हुर ने देश की आन्तरिक समस्याओं पर प्रकाश डालते हुए पत्रकारों से कहा कि कोरियाई समाज अमीर एवं ग़रीब के बीच बनी खाई से पीड़ित है। साथ ही प्रगतिशील और कंजर्वेटिव पार्टी के बीच व्याप्त वैचारिक अंतर भी उसकी एक गम्भीर समस्या है।" ये मतभेद, उन्होंने कहा, हमारे समाज में चिन्ता एवं अराजकता का कारण हैं जिन्होंने कलीसिया के अन्तर में भी प्रवेश कर लिया है।

उन्होंने कहा, "अधिकाधिक लोग विश्वास के संकट का सामना कर रहे हैं। हमारी आशा है कि कोरिया में सन्त पापा फ्राँसिस की यात्रा इन अन्तरों को अभिभूत करने तथा येसु के प्रेम में शांतिपूर्ण सहअस्तित्व के साथ जीने हेतु सीख पाने का सुअवसर सिद्ध होगी।"









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