वाटिकन सिटीः ईराक में जारी हिंसा ईश्वर एवं मानवजाति का अपमान, सन्त पापा फ्राँसिस
वाटिकन सिटी, सोमवार, 11 अगस्त सन् 2014 (सेदोक): सन्त पापा फ्राँसिस ने कहा है कि ईराक
में जारी हिंसा और विनाश ईश्वर एवं मानवजाति का अपमान है। रविवार को सन्त पेत्रुस
महागिरजाघर के प्राँगण में देवदूत प्रार्थना के लिये एकत्र हज़ारों तीर्थयात्रियों एवं
पर्यटकों के साथ सन्त पापा ने कुछ मिनटों तक मौन रखकर ईराक के लोगों के लिये प्रार्थना
अर्पित की।
ईराक में सुन्नी जिहादियों की हिंसा के सघन होने के बाद दो दिन पहले
ही अमरीका ने जिहादियों के विरुद्ध हवाई हमले आरम्भ कर दिये थे। राष्ट्रपति ओबामा ने
कहा हाँ कि वे ईराक़ में इस्लामी 'ख़िलाफ़त' नहीं स्थापित होने देंगे और जब तक ज़रूरी
है हवाई हमले जारी रखेंगे। अमरीकी हवाई जहाज़ो द्वारा विस्थापित हुए ईराकियों तक खाना
भी पहुँचाया जा रहा है।
सन्त पापा ने कहाः "ईराक से आनेवाले समाचारों के समक्ष
हम व्याकुल हैं तथा इन समाचारों ने हमें अविश्वास की स्थिति में छोड़ दिया है।"
उन्होंने
कहाः "हज़ारों लोग, जिनमें अनेक ख्रीस्तीय धर्मानुयायी शामिल हैं, बर्बरतापूर्वक उनके
अपने घरों से निकाल दिये गये हैं, बच्चे बिना भोजन के भूख और प्यास से मर रहे हैं, महिलाओं
का अपहरण किया जा रहा है, लोगों को मार डाला जा रहा है, सर्वत्र हर प्रकार की हिंसा और
विनाश है। ह सब गहनतम ढंग से ईश्वर एवं मानवजाति को आघात पहुँचाता है।"
सन्त पापा
फ्राँसिस ने ईराक में कार्यरत स्वयंसेवकों के प्रति आभार व्यक्त किया और कहा कि उनके
विशेष दूत कार्डिनल फेरनानदो फिलोनी ईराक के लिये रवाना हो रहे हैं ताकि "उन प्रिय लोगों
को यह आश्वासन दे सकें कि मैं उनके समीप हूँ।"
रविवार सन्ध्या जारी एक वकतव्य
में वाटिकन ने बताया कि सन्त पापा फ्राँसिस ने बाद में ईराक के मिशन पर कार्डिनल फिलोनी
से बातचीत की। इस मिशन का उद्देश्य विशेष रूप से ईराक के ख्रीस्तीयों के प्रति एकात्मता
का प्रदर्शित करना है। सन्त पापा ने कार्डिनल फिलोनी को ईराक के पीड़ितों की मदद के लिये
अर्थदान भी दिया है।
ईराक के लिये प्रार्थना के साथ-साथ देवदूत प्रार्थना के
अवसर पर रविवार को सन्त पापा ने युद्धपीड़ित गज़ा का भी स्मरण किया, उन्होंने कहा, "गज़ा
में विफल युद्धविराम से इसराएली एवं फिलीस्तीनीयों के बीच व्याप्त संघर्ष की स्थिति और
अधिक बिगड़ जायेगी।" एबोला महामारी के वायरस का शिकार हुए लोगों के लिये भी सन्त
पापा ने प्रार्थना की।