केरलः धर्मपन्थों में वृद्धि पर धर्माध्यक्ष चिन्तित
केरल, सोमवार, 11 अगस्त सन् 2014 (ऊका समाचार): केरल में धर्मपन्थों की वृद्धि पर काथलिक
कलीसिया के धर्माधिकारियों ने चिन्ता व्यक्त कर कहा है कि काथलिकों को गुमराह होने से
बचाने के लिये कलीसिया ठोस कार्यक्रमों की योजना बना रही है।
कोची स्थित केरल
की काथलिक धर्माध्यक्षीय समिति के सूत्रों ने कहा कि कलीसिया के लिये उसका प्रत्येक सदस्य
महत्वपूर्ण है।
केरल की काथलिक धर्माध्यक्षीय समिति के अवलोकन से पता चला है
कि कलीसिया से भावात्मक समर्थन न मिलने के कारण कई काथलिकों ने धर्मपन्थों की शरण ली
है।
धर्माध्यक्षीय समिति के उपाध्यक्ष महाधर्माध्यक्ष मार जोसफ पेरूमाथोटम ने
कोची में हाल में आयोजित एक सम्मेलन में कहा था कि कलीसिया से सम्बन्धित विषयों पर लोगों
में चेतना जाग्रत करना धर्मपन्थों से उन्हें बचाने का सर्वोत्तम उपाय है।
उन्होंने
कहाः "लोगों को हर स्थिति में चाहे दुःख हो या सुख समर्थन की ज़रूरत होती है जिसकी अपेक्षा
वे कलीसिया से करते हैं।"
उन्होंने इस बात की ओर ध्यान आकर्षित कराया कि धर्मपन्थ
कलीसिया के ही छोटे छोटे समूह होते हैं जिनके गुरु लोगों को व्यक्तिगत बातचीत द्वारा
अपनी ओर आकर्षित करते हैं। उन्होंने कहा कि कलीसिया के हर सदस्य से बातचीत करने तथा हर
स्थिति में उन्हें समर्थन प्रदान करने के द्वारा काथलिकों को गुमराह होने से बचाया जा
सकता है।