2014-08-08 15:41:39

साम्प्रदायिक घृणा का प्रचार मौलिक अधिकारों का हनन


नयी दिल्ली, शुक्रवार 8 अगस्त, 2014 (उकान) दिल्ली महाधर्मप्राँत के अनिल जे. टी. कूटो ने अपने पूर्व वक्तव्य को दुहराते हुए कहा है कि अतिवादियों द्वारा अल्पसंख्यकों तथा उनकी संपतियों पर किया गया आक्रमण मौलिक अधिकारों का हनन है।
महाधर्माध्ययक्ष ने उक्त बात उस समय कही जब बुधवार को हरियाणा के रोहतक स्थित महाधर्मप्राँतीय स्कूल बसों को कुछ असामाजिक तत्वों क्षतिग्रस्त कर दिया।
एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर महाधर्माध्यक्ष ने कहा कि ख्रीस्तीय पास्टरो तथा विभिन्न ख्रीस्तीय प्रार्थना दल ऐसी अप्रिय घटनाओं से परेशान हैँ। अतः वे अधिकारियों से अपील करते हैं कि इस प्रकार की घटना न होने दें, असामाजिक तत्वों पर उचित कारवाई हो तथा देश तथा समाज के वातावरण को दुषित होने से बचायें।
स्थानीय समाचार पत्रों के अनुसार संघ परिवार के सदस्य इस उन लोगों के बारे में सूचनायें जमा कर रहे हैं जिन्होंने उत्तर प्रदेश में इस्लाम और ईसाई धर्म स्वीकार कर लिया है ताकि उनका ‘शुद्धिकरण’ (पुनः हिन्दु बनाये जाने का प्रक्रिया) किया जा सके।

अतिवादियों तथा उग्रवादी धार्मिक संगठनों द्वारा ख्रीस्तीय समुदाय और विश्वास के प्रति घृणा फैलाने से कई बार ख्रीस्तीय विरोधी हिंसा भड़क उठीं हैं। इसलिये स्थानीय सरकारी अधिकारियों और पुलिस अधिकारियों से अपील है कि वे तुरन्त कारवाई करें, घृणा का प्रचार –प्र सार रोकें और सामाजिक सद्भाव और शांति को कायम रखने का दायित्व निभायें।








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