वाटिकन सिटीः परिवार है शांति का केन्द्र, सन्त पापा फ्राँसिस
वाटिकन सिटी, 07 अगस्त सन् 2014 (सेदोक): सन्त पापा फ्राँसिस ने कहा है कि अपनी दैनिक
समस्याओं एवं प्राथमिक आवश्यकताओं से परे परिवार प्रेम का केन्द्र है।
पनामा
में, लातीनी अमरीकी देशों के काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के तत्वाधान में 04 से 09
अगस्त तक परिवार प्रेरिताई पर प्रथम लातीनी अमरीकी सम्मेलन जारी है जिसका विषय हैः "
पूर्ण जीवन एवं मिशनरी सहभागिता हेतु परिवार और समाज का विकास"।
सन्त पापा फ्राँसिस
ने उक्त सम्मेलन में प्रेषित सन्देश में परिवार का अर्थ समझाया है। सन्देश की प्रकाशना
बुधवार को वाटिकन द्वारा की गई।
सन्देश में सन्त पापा लिखते हैं: "परिवार क्या
है? दैनिक जीवन की समस्याओं तथा अति आवश्यक ज़रूरतों के परे परिवार "प्रेम का केन्द्र"
है जहाँ सम्मान एवं भागीदारी का नियम चलता है और जो सांसारिक "सत्ता के केन्द्रों" द्वारा
की जानेवाली हेर-फेर एवं प्रभुत्व के हमलों को झेलने में सक्षम है। घर में व्यक्ति प्राकृतिक
एवं शांतिपूर्ण ढंग से मानवीय समूह में एकीकृत होते हुए व्यक्ति एवं समाज के बीच बने
मिथ्या विरोधों को पराजित करता है। परिवार के भीतर, किसी को अलग नहीं छोड़ा जाता चाहे
वृद्ध हों या बच्चे सबका स्वागत किया जाता है। परिवार ही साक्षात्कार एवं वार्ता, एकात्मता
एवं ज्ञानातीतत्व के प्रति उदारता का पालना है।"