कोची, मंगलवार 05 अगस्त सन् 2014 (ऊका समाचार): केरल राज्य के एक सरकारी अधिकारी ने बताया
कि हिंसा से जूझ रहे लिबिया में फँसी भारतीय नर्सों में से 44 नर्सें मंगलवार को स्वदेश
लौट आई हैं।
अनिवासी केरल वासियों की कल्याण सम्बन्धी राज्य एजेंसी के मुख्य
कार्यकारी पी. सुदीप ने कोची हवाई अड्डे पर स्वदेश लौटी नर्सों का स्वागत किया।
श्री
सुदीप ने पत्रकारों को बताया कि लिबिया में फँसी नर्सों का यह पहला दल है जो भारत पहुँचा
है। उन्होंने बताया कि मंगलवार को नर्सें दुबई से होते हुए भारत पहुँची तथा प्रत्येक
नर्स को कोची से अपने घर तक यात्रा के लिये 2000 हज़ार रुपये दिये गये हैं।
उन्होंने
बताया कि नर्सों का दूसरा दल बुधवार तक केरल पहुँच सकता है।
केरल के मुख्यमंत्री
ओमान चांडी तथा केरल में अनिवासी भारतीयों के कार्यालय के अध्यक्ष के.सी. जोसफ ने फोन
पर नर्सों से बातचीत की तथा उनका हाल पूछा।
पहली अगस्त को मुख्यमंत्री ओमान
चांडी ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को पत्र लिखकर लीबिया में फंसी भारतीय नर्सों की
स्वदेश वापसी का इंतजाम करने का अनुरोध किया था।
इस बीच, यह भी ख़बर मिली है
कि सोमवार को लीबिया की राजधानी त्रिपोली में एक भारतीय, सोलोमन डेनियल, की गोली लगने
से मौत हो गई थी।
ग़ौरतलब है कि सन् 2011 में कर्नल मोअम्मर गद्दाफ़ी को सत्ता
से बेदख़ल किए जाने के बाद से लीबिया में अंदरूनी संघर्ष जारी है। देश भर में स्थानीय
लड़ाकों ने सरकार के ख़िलाफ़ मोर्चा खोल रखा है। त्रिपोली में भी सरकारी सुरक्षा बलों
और लड़ाकों में लड़ाई जारी है।