वाटिकन सिटीः परमधर्मपीठ ने राजदूतावासों को प्रेषित की शांति की अपील
वाटिकन सिटी, बुधवार, 30 जुलाई सन् 2014 (सेदोक): शांति को बढ़ावा देने के प्रयास में,
वाटिकन राज्य सचिव ने परमधर्मपीठ द्वारा मान्यता प्राप्त विश्व के सभी राजदूतावासों के
नाम एक "नोटा वेरबाले" अर्थात् मौखिक नोट जारी किया है।
इस वकतव्य में सन्त
पापा फ्राँसिस द्वारा मध्यपूर्व में शांति हेतु की गई अपीलें भी शामिल हैं।
वाटिकन
राज्य के विदेश सचिव महाधर्माध्यक्ष दोमनिक मामबेरती ने वाटिकन रेडियो के साथ बातचीत
में बताया कि वाटिकन एवं परमधर्मपीठ विभिन्न स्तरों पर शांति प्रयासों में जुटी है। उन्होंने
कहा कि परमधर्मपीठ, विशेष रूप से, मध्यपूर्व की वर्तमान स्थिति से दुःखी है तथा वहाँ
के लोगों के प्रति सन्त पापा एवं सम्पूर्ण काथलिक कलीसिया के सामीप्य की अभिव्यक्ति करती
है। उन्होंने स्मरण दिलाया कि सन्त पापा फ्राँसिस ने विगत दिनों में कई बार ईराक
में मोसुल के परिवारों पर अपनी चिन्ता व्यक्त की है तथा सम्पूर्ण विश्व के काथलिकों से
प्रार्थना का आग्रह किया है। उन्होंने ईराक के खलदेई एवं सिरियाई प्राधिधर्माध्यक्षों
से भी व्यक्तिगत सम्पर्क कर अपने लोगों में आशा के संचार हेतु उन्हें प्रोत्साहित किया
है।
इस समय सन्त पापा फ्राँसिस ने मध्यपूर्व के परिवारों के लिये वाटिकन में
कल्याणकारी कार्यों का समन्वय करनेवाली समिति "कोर ऊनुम" द्वारा वित्तीय सहायता भी प्रेषित
की है।
महाधर्माध्यक्ष मामबेरती ने बताया कि परमधर्मपीठ के "मौखिक नोट"
में मध्यपूर्व के युद्धों में मानवाधिकारों के उल्लंघन के प्रति ध्यान आकर्षित कराया
गया है और इसके द्वारा परमधर्मपीठ ने अन्तरराष्ट्रीय समुदाय का आह्वान किया है कि वह
शांति के प्रश्न पर गम्भीर हो उठे।