गज़ाः यूएन स्कूल पर गोलाबारी में 16 हताहत, मानवाधिकार अतिक्रमण की निन्दा
गज़ा, बुधवार, 30 जुलाई सन् 2014 (एपी): ग़ज़ा में संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा जबालिया
में संचालित शरणार्थी शिविर के एक स्कूल पर मंगलवार को हुई गोलाबारी में 16 लोग मारे
गए हैं। समाचार एजेंसी एएफ़पी के अनुसार संयुक्त राष्ट्र संघ के एक अधिकारी ने गोलाबारी
की पुष्टि की है।
राहत कार्यों में लगी संयुक्त राष्ट्र संघ की एक एजेंसी का
कहना है कि वह अभी दो लाख लोगों को शरण दे रही है।
एजेंसी का कहना है कि हिंसा
के ताज़ा दौर में उसके कर्मचारी भी मारे गए हैं।
उधर, फ़िलीस्तीनी संगठन हमास
के एक कमांडर ने उन ख़बरों को खारिज़ कर दिया है जिनमें कहा गया था कि फ़िलीस्तीनी चरमपंथी
इसराइल के साथ ग़ज़ा में हिंसा खत्म करने के लिए तैयार हैं।
ग़ज़ा के अधिकारियों
का कहना है कि ताज़ा इसराइली हमलों में 100 से अधिक फ़िलीस्तीनी मारे गए हैं और पिछले
तीन हफ़्ते से चल रहे संघर्ष में मरने वालों की तादाद 1,200 से अधिक हो गई है।
अधिकारियों
के अनुसार मारे गए लोगों में अधिकतर आम नागरिक थे। उधर, इसराइल का कहना है कि 8 जुलाई
से हमास के साथ चल रहे संघर्ष में उसके 53 सैनिक मारे गए हैं।
संयुक्त राष्ट्र
संघ के महासचिव बान की मून ने उन ख़बरों पर चिंता व्यक्त की है जिनके अनुसार इसराइल उत्तरी
ग़ज़ा में नागरिकों को इलाक़ा छोड़ने की चेतावनी देते हुए पर्चे गिरा रहा है।
इससे
पूर्व इसराइली प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू ने ग़ज़ा में 'लंबे' सैन्य अभियान की
चेतावनी देते हुए कहा था कि हमास के भूमिगत सुरंगों के जाल को ख़त्म करने तक यह अभियान
जारी रहेगा।
इस बीच, गज़ा में मानवाधिकार उल्लंघन की जाँच का प्रस्ताव पारित
होने के बाद संयुक्त राष्ट्र की मानवाधिकार उच्चायुक्त नवी पिल्लई ने गज़ा में आम लोगों
के जान-माल की हिफ़ाज़त सुनिश्चित नहीं कर पाने के लिए इसराइल की कड़ी निन्दा की है।
नवी पिल्लई ने कहा कि इस बात की सम्भावना है कि गज़ा में इसराइली हमले के दौरान
अन्तरराष्ट्रीय मानवीय क़ानून का उल्लंघन हुआ है।
उन्होंने कहा कि गज़ा में मानवाधिकार
उल्लंघन युद्धापराध की श्रेणी में भी आ सकते हैं इसलिये कि मारे गये लोगों में 70 प्रतिशत
आम नागरिक थे।