बेन्गाज़ीः लिबिया में मुश्किलों का सामना करती भारतीय नर्सें
बेन्गाज़ी, मंगलवार 29 जुलाई सन् 2014 (बीबीसी): लिबिया में सैनिकों एवं विद्रोही लड़ाका
दलों के बीच चलते युद्ध के कारण देश में नौकरीरत भारतीय नर्सें कई मुशकिलों का सामना
कर रही हैं।
बीबीसी में प्रकाशित समाचार के अनुसार लीबिया में काम करने वाली
भारत की एक नर्स लिज़ी योहानन ने बताया है कि वहां कुछ अस्पतालों में नर्सों से कहा गया
है कि वे फ़ौरन इस्तीफ़ा दें दें लेकिन अगले तीन महीने तक काम करती रहें।
उन्होंने
बताया, कि लिबिया के एक सरकारी अस्पताल में नौकरी कर रहीं लगभग 30 नर्सों से कहा गया
है कि वे अपना हिसाब चुकता किए बिना नौकरी छोड़ दें।"
उन्होंने बताया कि नर्सें
बहुत डरी हुई हैं तथा एक साथ रहने लगी हैं। अस्पताल प्रबंधन नर्सों को घर से अस्पताल
ले जाता है और फिर घर छोड़ आता है। खाने-पीने के सामान का भी अभाव बना हुआ है।
लिज़ी
ने बताया कि उन्होंने भारतीय दूतावास से सम्पर्क किया था किन्तु दूतावास के अधिकारियों
ने उन्हें अपने घरों में ही रहने को कहा है।
एक अन्य नर्स ने नाम ज़ाहिर नहीं
करने की शर्त पर बताया, ''हम खाने-पीने की चीज़ें ख़रीदने के लिए भी बाहर नहीं निकल सकते
हैं क्योंकि जैसे ही बाहर निकलते हैं, हमें बंदूक़ की नोक पर लूट लिया जाता है।''
लिबिया
में बढ़ती हिंसा के मद्देनज़र भारतीय दूतावास ने हाँ निवासरत सभी भारतीयों से लिबिया छोड़
देने को कहा है किन्तु बहुत से लोगों के पास यात्रा आदि के लिये पैसे भी नहीं हैं।