यांगोन, शनिवार, 26 जुलाई 2014 (एशियान्यूज़)꞉ ″पूर्वजों का सम्मान एवं उनके प्रति श्रद्धा
पूर्वी देशों की संस्कृति का आदर्श नमूना है।″ यह बात म्यानमार में यांगोन के महाधर्माध्यक्ष
चार्ल्स ने 26 जुलाई को संत अन्ना एवं संत जोवाकिम के पर्व पर पावन ख्रीस्तयाग में प्रवचन
देते हुए कही। उन्होंने कहा कि आज हम धन्य कुँवारी मरियम के माता-पिता संत अन्ना एवं
संत ज्वाकिम का पर्व मनाते हैं। येसु ने अपने शिष्यों से कहा था, पेड़ अपने फल से पहचाना
जाता है। हम जानते हैं कि उस पेड़ का फल सदगुणों का आदर्श माता मरिया है। हम उनके गर्भ
के फल येसु को भी जानते हैं। महाधर्माध्यक्ष ने प्रवचन में कहा कि हम कई परिवारों
से आते हैं किन्तु हम एक ईश्वर के पुत्र-पुत्रियाँ हैं। ईश्वर ने हमें प्रचुर आशीष एवं
कृपा प्रदान की है। यदि हम इतिहास पर गौर करें तो हम हमारे देश के गौरवमय इतिहास को पायेंगे।