बगदाद, बृहस्तिवार, 24 जुलाई 2014 (वीआर अंग्रेजी)꞉ ईराक में युद्ध के कारण गहराती गंभीर
स्थितियों तथा विश्व के अन्य देशों द्वारा उनकी मदद हेतु निष्क्रियता के प्रति प्रतिक्रिया
व्यक्त करते हुए बगदाद के सहायक धर्माध्यक्ष श्लेमोन वरदूनी ने शिकायत की।
उन्होंने
23 जुलाई को वाटिकन रेडियो से कहा, ″कहाँ है ख्रीस्तीयों के अधिकारों की कद्र? हमने विश्व
से सहायता की अपील की है पर आप चुप क्यों हैं, क्यों आप बोलते नहीं, क्या मानव अधिकार
नाम की कोई चीज रह गयी है, अगर है तो कहाँ है, ऐसे कई कारण हैं जो विश्व को जगा सकते
हैं? कहाँ है यूरोप और अमेरिका?″
धर्माध्यक्ष ने कहा कि पश्चिमी देशों
की चुप्पी के बीच ईराक में उग्रवादियों के थमने का नाम नहीं है। उत्तरी ईराक स्थित
निन्नेहवे प्लेन में मोसुल से पलायन कर रहे लोगों ने शरण ली है किन्तु अब उन्हें भी निशाना
बनाने हेतु आई. सी. आई. सी. जिहादियों (उग्रवादी मुस्लमानों) ने बुधवार को टिलकिफ गाँव
में एक तोप हमला कर डाला। इस्लामी उग्रवादी निन्नेहवे प्लेन पर भी कब्जा करना चाहते
हैं। हमले के साथ-साथ इन गाँवों को बिजली, पानी तथा दवाओं के अभाव का भी सामना करना पड़
रहा है क्योंकि सभी वस्तुएँ मोसुल से आपूर्ति की जाती थीं। उग्रवादियों ने सभी लाईनों
को भी काट दिया है।