2014-07-24 15:23:15

ईराक की मदद हेतु कलीसिया से अपील


वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 24 जुलाई 2014 (वीआर अंग्रेजी)꞉ ″अभी हमें शब्दों से बढ़कर ठोस मदद की आवश्यकता है, हमें विश्वव्यापी कलीसिया के साथ एकात्मक होने की ज़रूरत है, इस त्रासदी पर बोलने से न डरें।″ यह बात ईराक स्थित मोसुल के महाधर्माध्यक्ष अमेल नोना ने वाटिकन रेडियो से कही।

महाधर्माध्यक्ष नोना ने कहा, ″मानवता के खिलाफ अपराध के कारण हमने मोसुल के ख्रीस्तीयों के पक्ष में विश्व से एक अपील की है। हम तीन महत्वपूर्ण चीजों की माँग कर रहे हैः हमारी तथा सभी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा, मोसुल से घर छोड़ भागने वाले परिवारों को आर्थिक सहायता तथा सबकुछ छोड़ चुके लोगों के लिए घर एवं स्कूल का प्रबंध।″


मोसुल के महाधर्माध्यक्ष ने बतलाया कि इस्लामी चरमपंथियों के दमन के कारण किस प्रकार काथलिकों सहित अन्य समुदाय के ख्रीस्तीय भी चारों ओर बिखर चुके हैं। उन्होंने बतलाया कि सन् 2003 ई. से ही अत्याचार हो रहा है जिसका सामना वे डटकर कर रहे हैं। गत सप्ताह संत पापा की देवदूत प्रार्थना के पूर्व दिया गया संदेश हमें बल प्रदान करता है। किन्तु वे इस बात से भी असंतुष्ट हैं कि विश्व के अन्य क्षेत्रों में इन घटनाओं के प्रति उदासीनता है।

उन्होंने बतलाया कि इराकी ईसाइयों का साथ देने हेतु वैश्विक ट्विटर द्वारा, एक अभियान जारी किया गया है। इस अभियान के तहत विश्व भर के काथलिक, ऑथोडोक्स, प्रोटेस्टंट एवं सदइच्छा रखने वाले लोग, धर्म पर आधारित सफाई के विरूद्ध एकजुट होकर, ईराक में जागृति लाने का प्रयास कर रहे है। यह एक डरावनी विचार है किन्तु यही सत्य है तथा इस समय घट रहा है।


दुखद परिस्थिति के कारण ईराक के बाहर जीवन यापन करने वाले हजारों काथलिक लोगों को अपने मूक भाई-बहनों की रक्षा करने तथा उनके दुखों को उजागर करने की महाधर्माध्यक्ष ने अपील की है।








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