2014-07-19 10:47:08

बुएनोस आयरसः आर्जेनटीनाई यहूदी केन्द्र पर 1994 के बमकाण्ड में न्याय का सन्त पापा फ्राँसिस ने किया आह्वान


बुएनोस आयरस, 19 जुलाई सन् 2014 (सेदोक): बुएनोस आयरस में यहूदी समुदाय के केन्द्र "आमिया" पर बीस वर्ष पूर्व किये गये बमकाण्ड में सन्त पापा फ्राँसिस ने न्याय की ज़ोरदार अपील की।

बमकाण्ड की 20 वीं बरसी पर शुक्रवार को "आमिया" को प्रेषित एक विडियो सन्देश में सन्त पापा ने इस हमले में हताहत 85 व्यक्तियों एवं उनके परिजनों के प्रति गहन दुःख एवं सहानुभूति का प्रदर्शन किया।

आर्जेन्टीना के यहूदी केन्द्र "आमिया" के बाहर 18 जुलाई, सन् 1994 को विस्फोटक पदार्थों से भरे एक टक्र को उड़ा कर बम धमाका किया गया था जिसमें 85 लोगों के प्राण चले गये थे। स्थानीय अदालत ने ईरान पर इस बमकाण्ड का आरोप लगाया है।

विडियो सन्देश में सन्त पापा ने कहा, "आमिया" केन्द्र के बाहर किये गये बम विस्फोट की 20 वीं बरसी पर मैं आर्जेन्टीना के यहूदी समुदाय तथा बमकाण्ड में मारे गये लोगों के परिजनों के प्रति अपनी एकात्मता व्यक्त करता हूँ, चाहे वे ख्रीस्तीय हों अथना यहूदी। इस त्रासदी, इस पागलपन को हुए 20 वर्ष बीत चुके हैं।"
उन्होंने कहा, "आतंकवाद पागलपन है। आतंकवाद का एकमात्र लक्ष्य है हत्या करना। यह कुछ निर्मित नहीं करता, केवल विनाश करता है। इस कारण, मैं उन लोगों के समीप हूँ जिन्होंने अपने जीवन को कटते देखा, आशाओं को नष्ट और बर्बाद होते देखा है।"
बमकाण्ड के शिकार लोगों के लिये न्याय की मांग करते हुए सन्त पापा ने कहाः "इतिहास से, पीड़ा से तथा असुन्दर परिस्थितियों के बोझ से बचने के लिये हम घटनाओं को भूल जाना पसन्द करते हैं इसीलिये न्याय पाना मुश्किल हो जाता है, जबकि पुकारते रहना अनिवार्य है।"

सन्त पापा ने कहा, "जब तक न्याय न मिले हमें अनवरत पुकारते रहना होगा।"

ग़ौरतलब है कि सन् 1994 में, बमकाण्ड के समय, सन्त पापा फ्राँसिस बुएनोस आयरस के सहयोगी धर्माध्यक्ष थे।








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