सेओलः सन्त पापा के ख्रीस्तयाग के लिये, काथलिकों को भेजने की उत्तरी कोरिया से अपील
सेओल, 16 जुलाई, सन् 2014 (एपी): दक्षिण कोरिया के काथलिक अधिकारियों ने उत्तरी कोरिया
से एक बार फिर अपील की है कि वह कम से कम 10 काथलिक धर्मानुयायियों को सन्त पापा फ्राँसिस
के ख्रीस्तयाग में शामिल होने की अनुमति प्रदान कर दे।
14 से 18 अगस्त तक सन्त
पापा फ्राँसिस दक्षिणी कोरिया की यात्रा कर रहे हैं जिसके दौरान वे काथलिक विश्व युवा
दिवस के समारोहों का नेतृत्व करेंगे, कोरियाई प्रायद्वीप के 124 शहीदों को धन्य घोषित
करेंगे तथा विभाजित कोरियाई द्वीप को शांति का सन्देश देंगे।
दक्षिण कोरिया
के काथलिक अधिकारियों ने काथलिकों को सन्त पापा के ख्रीस्तयाग में शामिल होने के लिये
उत्तरी कोरिया की सरकार को छः माहों पूर्व पत्र भेजकर निवेदन किया था जिसका कोई जवाब
नहीं मिला। दूसरा पत्र जाने के बाद सेओल महाधर्मप्रान्त के प्रवक्ता फादर हूर यूंग यूप
ने कहा कि उनकी आशा है कि अगस्त माह के आरम्भ तक उन्हें उत्तर मिल जायेगा।
हालांकि
उत्तरी कोरिया के संविधान में धर्मपालन की स्वंतत्रता है तथापि वास्तव में केवल सरकार
समर्थित धर्मपालन की ही अनुमति है। अनाम सूत्रों के अनुसार बाईबिल की प्रति रखना अथवा
गुप्त रूप से प्रार्थना सभाओं का आयोजन करने वालों को श्रम शिविरों में भेजकर दण्डित
किया जाता है।
फादर हूर के अनुसार 1950 से 1953 ई. तक जारी कोरियाई युद्ध से
पूर्व उत्तरी कोरिया में काथलिकों की संख्या 50,000 से अधिक हुआ करती थी।