नई दिल्लीः गाज़ा में हिंसा की समाप्ति का भारत के धर्माध्यक्षों ने की अपील
नई दिल्ली, 16 जुलाई सन् 2014 (ऊका समाचार): भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन की
न्याय एवं शांति सम्बन्धी समिति ने युद्धग्रस्त फिलीस्तीनीयों एवं इसराएलियों से अपील
की है कि निर्दोष लोगों को मार रही हिंसा समाप्त कर वे वार्ताओं द्वारा अपने विवादों
का समाधान ढूँढ़ें।
धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के एक वकतव्य में कहा गया, "उत्तरी
गाजा पट्टी में हमास के विरुद्ध विगत छः दिनों से जारी इस्राएल की कार्रवाई से कलीसिया
बहुत चिन्तित है जिसमें बच्चों सहित 160 से अधिक नागरिकों की मृत्यु हो गई है।"
भारतीय धर्माध्यक्षीय सम्मेलन की न्याय एवं शांति समिति के सचिव फादर चार्ल्स हृदयं
ने उक्त वकतव्य में लिखा, "युद्धविराम हेतु अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर लगाई जा रही अपीलों
के बावजूद, मीडिया रिपोर्टों में प्रकाशित, गाज़ा पर ज़मीनी आक्रमण हेतु इस्राएल में
चल रही बातचीत वास्तव में घोर चिन्ता का विषय है।"
हाल के दिनों में सीमा पर
हज़ारों सैनिकों के तैनात किये जाने के बाद से, उत्तरी गाजा पट्टी के लगभग 17,000 हज़ार
लोग अपने घरों से पलायन के लिये बाध्य हुए हैं।
धर्माध्यक्षों के वकतव्य में
कहा गया, "हमास की जवाबी कार्रवाई ने गाज़ा क्षेत्र की स्थिति को और अधिक गम्भीर बना
दिया है। दोनों समूह एक दूसरे के खिलाफ हिंसक कार्रवाई कर रहे हैं तथा बच्चों सहित निर्दोष
लोगों की हत्या कर रहे हैं यह स्वीकार्य नहीं है। हम इसराएल एवं फिलीस्तीन की सरकारों
से अपील करते हैं कि वे गाज़ा पट्टी में तुरन्त सैन्य आक्रमण को रोकें तथा न्याय पर आधारित
शांति के लिये कार्य करें जो सबके के हित में होगा इस्राइलियों और फिलिस्तीनियों के परिवारों
को शांति में जीवन जीने का अधिकार दे सकेगा।"