भारतीयों द्वारा पवित्र भूमि में शांति हेतु प्रार्थना
येरूसालेम, शनिवार, 12 जुलाई 2014 (सीएनए)꞉ इस्राएल में आप्रवासी भारतीय काथलिकों द्वारा
पवित्र भूमि में शांति हेतु प्रार्थना की जा रही है। पवित्र भूमि में भारतीय अप्रवासियों
के चैपलिन फादर टोजे जोसे ओ. एफ. एम. ने 11 जुलाई को सीएनए से बातें करते हुए कहा, ″अब
तक सभी आप्रवासी सुरक्षित हैं तथा किसी प्रकार के हताहत होने की खबर नहीं मिली है।″ उन्होंने
कहा कि अप्रवासी एवं पर्यटक वर्तमान स्थिति से भयभीत हैं ख़ास कर जो हाल में इस्राएल
आये हैं। उनके लिए यह एक नया एवं भयावह अनुभव है। भारतीय आप्रवासियों ने अपनी सुरक्षा
को रक्षक और अश्रयदात्री माता मरिया के सिपुर्द कर दिया है। विदित हो कि 7 जुलाई से
हमास के उग्रवादियों ने गज़ा पट्टी में इस्राएल पर कई आक्रमण किये हैं जिसके प्रत्युत्तर
में इस्राएल ने भी गज़ा पट्टी में कई हवाई हमले किये। इस हवाई हमले में 100 से अधिक
फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं। फादर जोसे ने बतलाया कि आप्रवासियों की बाहरी गतिविधियाँ
स्थगित कर दी गयी हैं तथा यात्रा की असुरक्षा के कारण गिरजाघरों में विश्वासियों की संख्या
भी घट गयी है। इस सप्ताह के अंत में शांति हेतु, विशेष, प्रार्थनाएँ अर्पित की जा रही
हैं। फिलिस्तीन एवं इस्राएल में हो रहे इन हमलों के कारण की खबर से वहाँ के अप्रवासियों
एवं पर्यटकों के प्रियजन चिंतित हैं तथा वे लगातार पूछ-ताछ कर रहे हैं। फादर जोसे
ने कहा कि संत पापा की पवित्र भूमि में यात्रा ने लोगों के बीच ‘शांति एवं मेल-मिलाप’
की बड़ी आशा जगायी है। लोग यही आशा कर रहे हैं कि यह मुलाकात शांति के लिए समझौते को
दृढ़ता प्रदान करे। अंतरराष्ट्रीय समुदायों ने युद्ध विराम का आहवान किया है किन्तु
इसका अधिक प्रभाव नहीं दिखाई पड़ रहा है। फिलिस्तीन एवं इस्राएल के बीच संघर्ष की
शुरूआत 2 जुलाई को 3 इस्राएली युवाओं के अपहरण एवं हत्या से हुई थी।