2014-07-08 12:05:21

मनीला, फिलीपिन्सः सन्त पापा की यात्रा एशिया के काथलिकों के लिये उत्साहवर्द्धक


मनीला, 08 जुलाई सन् 2014 (एपी): फिलीपिन्स में मनीला के काथलिक महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल लूईस अन्तोनियो तागले ने सोमवार को पत्रकारों से कहा कि सन्त पापा फ्राँसिस के हृदय में एशिया का विशिष्ट स्थान है, विशेष रूप से, उन लोगों के लिये जो किसी प्रकार उत्पीड़ित एवं प्रताड़ित हैं।

विश्व के अन्य महाद्वीपों की तुलना में, फिलीपिन्स को छोड़कर, एशिया महाद्वीप में काथलिक अल्पसंख्यक ही रहे हैं।

आगामी माह कोरिया में सन्त पापा फ्राँसिस की यात्रा और फिर जनवरी 2015 में फिलीपिन्स एवं श्री लंका की यात्राओं के सन्दर्भ में कार्डिनल तागले ने पत्रकारों को बताया कि विश्वव्यापी कलीसिया के परमाध्यक्ष नियुक्त होने के तुरन्त बाद सन्त पापा फ्राँसिस ने उनसे कहा था कि वे एशिया की यात्रा करना चाहते थे ताकि वहाँ के ख्रीस्तीय धर्मानुयायियों को प्रोत्साहन प्रदान कर सकें।

कार्डिनल तागले ने कहा कि सन्त पापा एशिया के विभिन्न देशों में ख्रीस्तीयों के उत्पीड़न से परिचित हैं इसलिये उनसे मुलाकात कर वे उन्हें उनके विश्वास में सुदृढ़ करना चाहते हैं।

कोरिया में सन्त पापा फ्राँसिस विश्व युवा दिवस के समारोहों का नेतृत्व करेंगे तथा 124 कोरियाई शहीदों को धन्य घोषित करेंग। जबकि फिलिपिन्स की यात्रा का उद्देश्य हेय्यान तूफान से प्रभावित लोगों के प्रति एकात्मता का प्रदर्शन करना है जिसमें 6,300 लोगों की मौत हो गई थी तथा 1,060 अभी भी लापता हैं।








All the contents on this site are copyrighted ©.