वाटिकन सिटीः रंग बिरंगे फूलों के कालीनों से सज़ा "विया देल्ला कॉनचिलियासियोने"
वाटिकन सिटी, 30 जून सन् 2014 (सेदोक): रोम के संरक्षक सन्तों, पेत्रुस एवं पौलुस के
महापर्व के उपलक्ष्य में, रविवार 29 जून को, रोम स्थित सन्त पेत्रुस महागिरजाघर के समक्ष
विस्तृत मार्ग "विया देल्ला कॉनचिलियासियोने" रंग बिरंगे फूलों के कालीनों में रूपन्तरित
हो गया था।
इटली, यूरोप तथा समस्त विश्व के लगभग 100 पुष्पोत्पादकों एवं पुष्प
विक्रेताओं ने रोम में एकत्र होकर रंग बिरंगे पुष्पों से भरी 50 कालीनों से सम्पूर्ण
मार्ग को रूपान्तरित कर दिया था।
"इनफ्योरिता रोमाना" नाम से विख्यात,
रोम की यह ऐतिहासिक एवं खूबसूरत परम्परा 400 वर्ष प्राचीन है। इसकी तैयारी में पुष्पोत्पादकों
एवं पुष्प विक्रेताओं के साठ प्रतिनिधिमण्डलों ने भाग लिया जिनमें पचास प्रतिशत इटली
के तथा शेष विश्व के विभिन्न राष्ट्रों के हैं।
बताया जाता है कि पुष्पों
की चौकोर कालीनें सजाने की परम्परा सन्त पेत्रुस एवं सन्त पौलुस के महापर्व के दिन, 29
जून 1625 ई. को रोम में उदघाटित की गई थी जो बाद में रोम परिसर कास्टेल्ली रोमानी, जेनसानो,
इटली तथा सम्पूर्ण विश्व में विख्यात हो गई।