पूर्वी रीति की कलीसियाओं की मदद हेतु बने संगठन से संत पापा की मुलाकात
वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 26 जून 2014 (वीआर सेदोक)꞉ संत पापा फ्राँसिस ने बृहस्पतिवार
26 जून को वाटिकन वेधशाला द्वारा संचालित खगोलविदों के समर कोर्स के शिक्षकों एवं विद्यार्थियों
से वाटिकन स्थित प्रेरितिक प्रासाद में मुलाकात की। खगोलविदों के लिए आयोजित समर कोर्स
की विषय वस्तु है "आकाशगंगाएँ: पास और दूर, नये और पुराने"। संत पापा ने उन्हें सम्बोधित
कर कहा, ″आप एक महीने से न केवल आकाशगंगाओं के अध्ययन में लीन है किन्तु आप आपस में अपनी
संस्कृति, धर्म और परम्पराओं का आदान-प्रदान भी कर रहे हैं इस प्रकार, आप संवाद एवं उपयोगी
सहयोग का एक प्रभावशाली उदाहरण प्रस्तुत कर रहे हैं। आप एक-दूसरे के स्थायी मित्रता बन
गये हैं जो भविष्य में आपसी सहयोग के लिए महत्वपूर्ण होगा।″ उन्होंने कहा कि वाटिकन
वेधशाला का खगोल भौतिकी स्कूल युवाओं के लिए एक ऐसा स्थल है जिसमें विश्वभर के विद्यार्थी
शोध कार्यों के माध्यम से वार्ता एवं आपसी सहयोग द्वारा एक-दूसरे की सहायता कर सकते हैं।
यह एक सरल एवं व्यावहारिक निमंत्रण है जिसमें विज्ञान जैसे प्रभावशाली माध्यम द्वारा
शांति एवं न्याय को प्रोत्साहन मिल सके। संत पापा ने कहा कि इसीलिए कलीसिया विश्वास
के प्रकाश में विज्ञान के साथ आगे बढ़ने के लिए तत्पर है। उसका मानना है कि तर्कणा के
परिपेक्ष्य को विस्तृत करने एवं समृद्ध करने में वह समर्थ है। इस संवाद में कलीसिया विज्ञान
की अद्भुत प्रगति का आनन्द लेती एवं ईश्वर द्वारा प्रदत्त मानव बुद्धि की शक्ति को मान्यता
प्रदान करती है। उसी प्रकार जिस प्रकार, माता अपने बच्चों की बुद्धि के विकास से प्रसन्न
होती है। संत पापा ने समर कोर्स सभी प्रतिभआगियों को प्रोत्साहन देते हुए कहा कि जिस
ज्ञान को उन्होंने यहाँ हासिल किया है उसे अपने देश में बांटें। यह अवसर बहुत कम लोगों
को प्राप्त होता है जो बड़े प्रश्नों के लिए उनके मन और दिल को खोलता है, जिसे सभी पूछते
हैः ″हम कहाँ से आते हैं? कहाँ चले जाते हैं? क्या इस विश्व में लाखों आकाश गंगाओं का
कोई अर्थ हैं? इन सवालों के उत्तर की खोज हमें सृष्टिकर्ता तक ले जा सकती है जो प्रेमी
पिता हैं जिनमें हम जीते, चलते-फिरते और अस्तित्व रखते हैं।″ विदित हो कि वाटिकन
वेधशाला द्वारा संचालित खगोलविदों का समर कोर्स एक जून से चल रहा है जिसमें इटली सहित
अन्य देशों के 13 पुरुष एवं 12 महिला प्रतिभागी शामिल हैं। समर कोर्स की शुरूआत सन् 1986
ई. में वाटिकन वेधशाला द्वारा, विश्वविद्यालय में युवाओं के अध्ययन की समाप्ति पर आयोजित
की जाती है।