ढाकाः बंगलादेश में नववर्ष नरसंहार मामले में आठ इस्लामी चरमपंथियों को सज़ा-ए-मौत
ढाका, 24 जून सन् 2014 (एशिया न्यूज़): बंगलादेश में सोमवार को ढाका की एक अदालत ने नववर्ष
नरसंहार मामले में आठ इस्लामी चरमपंथियों को सज़ा-ए-मौत सुनाई।
14 अप्रैल, सन्
2001 को रामना बातामुल में आयोजित पहला बैसाख यानि बँगला नववर्ष समारोह के दौरान हर्कत-उल—जिहाद-आल-इस्लामी
नामक इस्लामी चरमपंथी गुट ने कई बम विस्फोट किये थे जिसमें 10 व्यक्तियों की हत्या हो
गई थी तथा 50 से अधिक घायल हो गये थे। सज़ा पानेवालों में इस प्रतिबंधित इस्लामी संगठन
के प्रमुख मुफ्ती अब्दुल हनान भी शामिल हैं। अदालत ने इस मामले में छह अन्य को आजीवन
कारावास तथा 50,000 टका अर्थदण्ड की सज़ा सुनाई है।
इस बीच, 06 जून सन् 2001 को
गोपालगंज ज़िले में खुलना धर्मप्रान्त स्थित बानीआरचार में मोस्ट होली रिडीमर काथलिक
महागिरजाघर पर इस्लामी चरमपंथी गुटों ने बम विस्फोट किया था जिसमें 10 श्रद्धालु मारे
गये थे तथा लगभग 50 घायल हो गये थे। इस आक्रमण के लिये बंगलादेश का ख्रीस्तीय समुदाय
अभी तक न्याय की प्रतीक्षा कर रहा है।