वाटिकन सिटी, सोमवार 23 जून, 2014 ( सेदोक,वीआर) संत पापा फ्राँसिस ने सोमवार 23 जून
को वाटिकन सिटी के सान्ता मार्था अतिथि निवास में दैनिक यूखरिस्तीय बलिदान में प्रवचन
देते हुए कहा कि जो दूसरों की आलोचना करता है वह पाखंडी है। उन्होंने कहा कि ईश्वर ही
एकमात्र न्यायकर्ता है और दूसरा कोई नहीं।
संत पापा ने कहा कि जिसकी आलोचना की
जाती है उसे येसु और पवित्र आत्मा का सहारा प्राप्त होता है।
संत पापा ने दैनिक
यूखरिस्तीय बलिदान के दौरान संत मत्ती के सुसमाचार के 7वें अध्याय के 1 से 5 पदों पर
अपना चिन्तन प्रस्तुत किया।
उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति आलोचना करता है वह ग़ल़त
है क्योंकि वह व्यक्ति ईश्वर का स्थान ने का प्रयास करता है जो कि असंभव है। वह पाखंडी
है। येसु ने पाखंडी शब्द का व्यवहार कई बार किया है और इसका उपयोग विशेष करके नियम के
ज्ञाताओं के लिये किया है।
संत पापा ने कहा कि केवल उन लोगों को, जो ईश्वर पर
भरोसा करते हैं और जिन्हे ईश्वर अपनी कृपा दी है - उन्हें न्याय करने के अधिकार दिया
गया है । ऐसे लोग येसु ख्रीस्त का अनुसरण करते हैं।
उन्होंने कहा कि येसु ने
किसी को भी दोषी नहीं ठहराया पर अपने पिता के समक्ष और बाद में पवित्र आत्मा को भेज दिया
जो सबका पक्ष लेता है और उनके लिये मध्यस्थता का कार्य करता है।
जो दूसरों का
न्याय करता है वह दुनिया के राजकुमार का अनुसरण करता है जो सदा दूसरों की आलोचना करता
या दोषी ठहराता है।
संत पापा ने प्रार्थना की कि हम पिता ईश्वर हमें कृपा दें
कि हम येसु मसीह का अनुसरण करें, जो हमारे मध्यस्थ, रक्षक और समर्थक हैं। हमें चाहिये
कि हम सदा येसु का ही अनुसरण करें, दूसरों का नहीं।