ख्रीस्तीय विरोधी आक्रमण के कारण अल्पसंख्यकों के बीच भय
वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 19 जून 2014 (एशियान्यूज़)꞉ ″भारत में ख्रीस्तीय विरोधी हिंसक
आक्रमण जारी है जिसके कारण अल्पसंख्यकों के बीच भय एवं असुरक्षा बढ़ती जा रही है।″ यह
बात ग्लोबल कॉऊन्सिल ऑफ इंडियन क्रिश्चियनस के अध्यक्ष साजन के. जॉर्ज ने कही। उन्होंने
एशिया न्यूज़ से कहा, ″सोमवार को हिन्दू चरमपंथियों के एक दल ने छत्तीसगढ़ के सीरिसगुड़ा
स्थित पेन्तेकोस्त कलीसिया के करीब 150 लोगों पर छड़ी से प्रहार किया। पुलिस के हस्तक्षेप
के बाद भी नौ लोग गंम्भीर रूप से घायल हुए तथा उन्हें अस्पताल ले जाना पड़ा।″ विदित
हो कि हिंसक आक्रमण की शुरूआत का कारण, एक स्थानीय मंदिर में अनुदान राशि जमा करने से
इन्कार करना था। इसके कारण उन्हें सरकार द्वारा प्राप्त राशन की सुविधा से भी एक महीने
से वंचित रखा गया है। इसी प्रकार, दूसरी घटना मध्यप्रदेश में घटी जहाँ 16 चरमपंथियों
ने पेंतेकोस्त कलीसिया के दो पुरोहितों पर कतनी ब्रेथरेन सभा से घर वापस जाते वक्त हमला
किया। उनके सामानों की छान- बीन करने पर उन्हें पवित्र बाईबिल मिली जिसे उन्होंने फाड़
डाला। साजन जॉर्ज ने कहा कि हिन्दू चरम पंथी दल अपने को हिन्दू धर्म के रक्षक मानते
हैं क्योंकि यह एक बहुसंख्यक धर्म है किन्तु उन्होंने कहा कि यह धर्म के प्रति अनादर
एवं संविधान में निहित लोगों के धार्मिक स्वतंत्रता का हनन है।