वाटिकन सिटीः सन्त पापा फ्राँसिस ने की भ्रष्ट राजनीतिज्ञों, पुरोहितों की निन्दा
वाटिकन सिटी, 18 जून सन् 2014 (सेदोक): सन्त पापा फ्राँसिस ने एक बार फिर भ्रष्ट राजनीतिज्ञों,
उद्योगपतियों एवं पुरोहितों की निन्दा की है।
वाटिकन स्थित सन्त मर्था प्रेरितिक
आवास के प्रार्थनालय में मंगलवार को ख्रीस्तयाग के अवसर पर प्रवचन करते हुए उन्होंने
कहा, "भ्रष्टाचार में लिप्त राजनीतिज्ञ, व्यापारी और पुरोहित समाज के निर्दोष एवं निर्धन
लोगों पर प्रहार करते हैं क्योंकि निर्धनों को ही भ्रष्ट लोगों की रंगरलियों का भुगतान
करना पड़ता है। इसका बिल उनके पास जाता है।"
बाईबिल धर्मग्रन्थ में निहित राजाओं
के पहले ग्रन्थ की कथा पर सन्त पापा चिन्तन कर रहे थे जिसमें राजा अहाब एवं उनकी पत्नी
जेज़ेबेल लोभ एवं भ्रष्टाचार के कारण नाबोथ की हत्या करवा देते हैं। सन्त पापा ने
कहा, "भ्रष्टाचार ईश्वर के कोप का कारण बनता तथा लोगों को आघात पहुँचाता है क्योंकि
यह शोषण करता, दासता को प्रश्रय देता तथा कमज़ोर की हत्या तक कर देता है जबकि भ्रष्ट
लोग केवल धन एवं सत्ता पर ध्यान केन्द्रित रखते हैं।"
सन्त पापा ने कहा, "भ्रष्ट
व्यक्ति विश्वासघाती हैं जो चोरी करते एवं हत्या करते हैं, जो निर्दोष का शोषण करते और
ऐसा वे दूर से करते हैं ताकि उनके अपने हाथ मैले न हों। इन लोगों पर," उन्होंने कहा,
"ईश्वर का अभिशाप होगा, किन्तु जैसे आहाब ने अपने वस्त्र फाड़कर तथा उपवास कर अपने आप
को ईश्वर के समक्ष विनम्र बनाया था उसी प्रकार आधुनिक जगत के भ्रष्ट लोगों को भी पश्चाताप
करना चाहिये तथा अपने पापों के लिये क्षमा की याचना करना चाहिये।"
सन्त
पापा ने समस्त ख्रीस्तानुयायियों से आग्रह किया कि वे भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों के
मनपरिवर्तन के लिये प्रभु ईश्वर से प्रार्थना करें।
ग़ौरतलब है कि विगत कुछ समय
से इटली में भ्रष्टाचार के कई मामले समाचारों में छाये रहे हैं। मंगलवार को ही इटली
के संस्कृति सम्बन्धी मंत्रालय के अधिकारियों सहित पाँच व्यक्तियों को आक्विला के भूकम्प
के बाद पुनर्निर्माण के लिये ली गई रिश्वत के सिलसिले में गिरफ्तार किया था। इसके अतिरिक्त
इस माह मिलान एक्सपो 2015 तथा वेनिस को बाढ़ से रोकने के लिये समुद्री जल के नीचे निर्मित
रोधिकाओं के निर्माण हेतु रिश्वत लेने के मामले में भी कई वरिष्ठ अधिकारियों पर आरोप
लगे हैं।