2014-06-16 15:01:19

सामुदायिक जीवन तथा प्रेम की परिपूर्णता पवित्र तृत्व


वाटिकन सिटी, सोमवार 16 जून 2014 (वीआर सेदोक)꞉ वाटिकन स्थित संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण में, रविवार 15 मई को, संत पापा फ्राँसिस ने भक्त समुदाय के साथ देवदूत प्रार्थना के पूर्व उन्हें सम्बोधित कर कहा,
"अति प्रिय भाइयो एवं बहनो,
सुप्रभात,
आज हम पवित्र तृत्व का महोत्सव मना रहे हैं जो पिता, पुत्र एवं पवित्र आत्मा के दिव्य जीवन को हमारे चिंतन एवं आराधना के लिए प्रस्तुत करता है। यह गहन सामुदायिक जीवन तथा प्रेम की परिपूर्णता है। वे विश्व एवं विश्व के सभी सृष्ट प्राणियों के आदि एवं अन्त है। पवित्र तृत्व कलीसिया का आदर्श हैं जिसमें हम येसु की तरह सभी को प्यार करने के लिए बुलाये गये हैं। हम उस ठोस चिन्ह से प्यार करते हैं जो पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा में विश्वास को दर्शाता है। यह ख्रीस्तीय प्यार की एक कड़ी है, जिस प्रकार येसु कहते हैं, ″यदि तुम एक दूसरे को प्यार करोगे, तो उसी से सब लोग जान जायेंगे कि तुम मेरे शिष्य हो।″(यो.13꞉35)
संत पापा ने कहा, ″‘ईश्वर प्रेम है’ संदेश का साक्ष्य देने एवं उसकी घोषणा करने के लिए हम बुलाये गये हैं। ईश्वर हमारे मानवीय परिस्थितियों की उदासीनता में हम से दूर नहीं हैं। वे हमारे करीब हैं हमारे साथ चलते हैं, हमारे आनन्द एवं दुःख, आशा एवं मेहनत में हमारे साथ हैं। उन्होंने हमें उस हद तक प्यार किया कि हमारे लिए अपने एकलौते पुत्र को अर्पित कर दिया, जिससे उनमें विश्वास करने के द्वारा हमारा सर्वनाश न हो, बल्कि हम अनन्त जीवन प्राप्त करें।(यो.3꞉16-17)
पुनर्जीवित ख्रीस्त के उपहार पवित्र आत्मा, हमें दिव्य जीवन की शिक्षा देते हैं तथा पवित्र तृत्व जो हमें प्यार, एकता, आपसी सेवा तथा सहयोग के आदर्श की संगति में प्रवेश करने के योग्य बनाते हैं। जब एक व्यक्ति, दूसरे व्यक्ति को प्यार करता है तो उस प्यार से प्राप्त आनन्द, पवित्र तृत्व के प्यार का प्रतिबिंब है। परिवार जहाँ हम आपस में एक-दूसरे को प्यार करते एवं सबकी मदद करते हैं, पल्ली में मिल जुलकर रहते तथा आध्यात्मिक एवं भौतिक चीजों को बाँटते हैं तो यह पवित्र तृत्व का साक्ष्य है।
सच्चे प्यार की कोई सीमा नहीं है बल्कि यह एक-दूसरे से मिलना तथा उनकी स्वतंत्रता का क़द्र करना जानता है। पवित्र युखरिस्त जलती झाड़ी के समान है जिसमें ख्रीस्त विनम्रता पूर्वक निवास करते हैं तथा पवित्र तृत्व को प्रकट करते हैं इसलिए कलीसिया पवित्र तृत्व के पर्व के पश्चात् ख्रीस्त के पवित्र देह का पर्व मनाती है।
अगले बृहस्पतिवार, रोम परम्परा के अनुसार हम संत जॉन लतेरन महागिरजाघर में पवित्र मिस्सा अर्पित करेंगे तथा पवित्र संस्कार के आदर में शोभायात्रा सम्पन्न करेंगे। मैं रोम वासियों को निमंत्रण देता हूँ कि वे पिता, पुत्र एवं पवित्र आत्मा की एकता को प्रदर्शित करने हेतु उस शोभायात्रा में शामिल हों।
पवित्र तृत्व की निष्कलंक सृष्टि माता मरिया हमारे सम्पूर्ण जीवन में छोटे चिन्ह एवं महत्वपूर्ण चुनावों द्वारा ईश्वर के प्यार का महिमा गान करने में मदद करे।
इतना कहने के पश्चात् संत पापा ने देवदूत प्रार्थना का पाठ किया तथा सभी को अपना प्रेरितिक आर्शीवाद दिया।
देवदूत प्रार्थना के उपरांत संत पापा एकत्र विश्वासियों को सम्बोधित कर कहा, ″मैं इन दिनों ईराक में घट रही घटनाओं से अवगत हूँ। मैं आप सभी से प्रिय देश ईराक के लिए प्रार्थना करने का आग्रह करता हूँ विशेषकर, हिंसक घटना के शिकार लोगों के लिए। वहाँ ख्रीस्तीय सहित कई लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ा है। मैं सभी लोगों के लिए सुरक्षा, शांति, न्याय एवं भविष्य में मेल-मिलाप से ज़ीने की कामना करता हूँ। धार्मिक मान्यताओं की अधिक चिंता किये बिना मातृभूमि का निमार्ण करते हुए उसे एक आदर्श निवास स्थल बनाया जाए।
संत पापा ने अपनी तीर्थयात्रा की जानकारी देते हुए कहा, ″मैं खुशी से यह घोषित करता हूँ कि धर्माध्यक्षों एवं अल्बानिया के अधिकारियों के निमंत्रण पर, रविवार 21 सितम्बर को तिराना जाऊँगा। इस लघु यात्रा द्वारा मैं अल्बानिया की कलीसिया के विश्वासी जो रूढ़िवादी विचारधारा के कारण लम्बे समय से कष्ट झेल रहे हैं उन्हें विश्वास में दृढ़ता एवं देश के प्रति साक्ष्य प्रस्तुत करने हेतु प्रोत्साहन प्रदान करूँगा हैं।″
संत पापा ने घरों में काम करने, बुजुर्गों, असहय एवं परिवारों की देखभाल करने वाले भाई-बहनों की याद कर उनके कार्यों के लिए उनकी सराहना की।
अंत में संत पापा ने देश-विदेश से एकत्र सभी तीर्थयात्रियों एवं पर्यटकों का अभिवादन किया तथा उन्हें शुभ रविवार की मंगलकामनाएँ अर्पित की।








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