इटली, शुक्रवार 6 जून, 2014 (सेदोक,वीआर) संत पापा फ्राँसिस ने इटली पुलिस की स्थापना
की द्विशतवर्षीय वर्षगाँठ के अवसर पर अपना संदेश देते हुए इटली पुलिस की सराहना की। उन्होंने
कहा, " दो सौ वर्षों तक इटली पुलिस का संबंध आम लोगों के साथ सहयोग, विश्वास और जनहित
के कार्यो के प्रति समर्पण का रहा है। देश में पुलिस की उपस्थिति शहरों के साथ-साथ उन
दूर - दराज इलाक़ों में भी रहा है जहाँ पहुँच पाना आसान नहीं है। आपकी बुलाहट यही है
कि आप लोगों के करीब बने रहें विशेष करके उनके जो कमजोर और ज़रूरतमंद हैं।" संत पापा
ने कहा, "आपकी सेवा इस बात पर निर्भर करती है कि आप लोगों तथा पर्यवरण की रक्षा करें,
सहअस्तित्व और सार्वजनिक हित के सामाजिक नियमों का सम्मान करें तथा जनहित के लिये व्यक्ति
और समाज के नियमों एवं कर्त्तव्यों की रक्षा में समर्पित रहें।" उन्होंने कहा, "देशवासियों
ने आप पर अपनी आस्था दिखलायी है। आज ज़रूरत है कि आप पर किये गये विश्वास और सम्मान को
बचाये रखें। इसके लिये ज़रूरत है अनवरत उपलब्धता, धैर्य आत्म-बलिदान और दायित्वनिष्ठा।"
आज मैं ईशसेवक साल्वो द अगोस्तो की याद करता हूँ जिन्होंने 23 साल की आयु में ही
नाज़ियों के चंगुल से निर्दोषों को बचाने के लिये अपने प्राण की आहूति दी।
संत
पापा ने कहा कि उदारता और शालीनता से अपने कार्य करने की इटली पुलिस की एक लम्बी परंपरा
है जिसे आप बनाये रखें और इसी का साक्ष्य देते हुए आप अपने परिवार को अनुप्राणित करेँ।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सीमाओं के साथ – साथ अन्य राष्ट्रों में भी आप शांति के
रक्षक बनें, लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करें तथा मानव मर्यादा और मानवाधिकार के लिये
कार्य करें विशेष करके ऐसे देशों में जहाँ लोग विभिन्न प्रकार के संकटों से तबाह हैं।
अपना प्रेरितिक आशीर्वाद देने के पूर्व संत पापा ने उपस्थित पुलिस के जवानों से कहा
कि वे खुद का ख़्याल रखें और अपने परिवार को कुँवारी मरिया के हाथों में सौंप दें जो
उनकी स्वर्गीय संरक्षिका है। संत पापा ने पुलिस के जवानों से कहा कि वे गोरित्स्या
प्राँत के मिलिटरी तीर्थस्थल का दौरा 13 सितंबर को करेंगे और उनके लिये प्रार्थना करेंगे
जिन्होंने युद्धों में अपने जान गँवाये।