येरूसालेम, मंगलवार, 27 मई 2014 (वीआर सेदोक)꞉ संत पापा फ्राँसिस ने सोमवार 26 मई को
येरूसालेम के राष्ट्रपति भवन में, वहाँ के राष्ट्रपति सिमोन पेरेस एवं उपस्थित जनता से
मुलाकात की। उन्होंने राष्ट्रपति को सम्बोधित कर कहा, ″आप शांति के व्यक्ति एवं शांति
निर्माता के रूप में जाने जाते हैं। मैं आपके पहुँच की सराहना करता हूँ। शांति निर्माण
के लिए सबसे महत्वपूर्ण मांग है प्रत्येक व्यक्ति की गरिमा एवं स्वतंत्रता का सम्मान।
यहूदी, ख्रीस्तीय एवं मुसलमान यह विश्वास करते हैं कि ईश्वर ने हमारी सृष्टि अनन्त जीवन
के लिए की है। यह आम धारणा हमें सभी विवादों एवं संघर्षों का शांतिपूर्ण समाधान करने
पर बल देता है। संत पापा ने सभी लोगों से आग्रह करते हुए कहा कि ऐसी गतिविधियाँ
जो शांति के प्रयासों में बाधा डालता हो उसका बहिष्कार किया जाए। यहूदियों, ख्रीस्तीयों
एवं मुसलमानों के बीच सम्मान पूर्ण संबंध एवं शांति के निर्माण में, सभी बाधाओं को दूर
किया जाना चाहिए। हिंसा, आतंकवाद और जाति एवं धर्म पर आधारित सभी प्रकार के भेदभाव को
हटाया जाना चाहिए। संत पापा ने कहा कि ख्रीस्तीय समुदाय इस्राएल के कई हिस्सों में
जीते एवं कार्य करते हैं। वे समाज के अभिन्न अंग हैं तथा सामाजिक एवं सांस्कृतिक कार्यों
में सहभागी होते हैं। वे मेल-मिलाप एवं भाईचारा को प्रोत्साहन दे रहे हैं। राज्य में
इन समुदायों की उपस्थिति तथा सभी अन्य अल्पसंख्यक दलों की तरह उनके अधिकार का सम्मान
स्वास्थ्य बहुसंख्यक समाज का प्रमाण है।
संत पापा ने शांति हेतु राष्ट्रपति को
प्रार्थना का आश्वासन दिया तथा अपने लिए भी प्रार्थना का आग्रह किया।