नई दिल्लीः भारतीय कलीसिया ने निर्धनों के लिये साथ मिलकर काम करने का किया मोदी से किया
आग्रह
नई दिल्ली, 27 मई सन् 2014 (एशियान्यूज़): भारत की कलीसिया ने नवनियुक्त प्रधान मंत्री
नरेन्द्र मोदी से अनुरोध किया है कि वे निर्धनों, हाशिये पर जीवन यापन करनेवालों तथा
अल्पसंख्यकों के हित में काथलिक कलीसिया के साथ मिलकर काम करें।
भारतीय जनता
पार्टी की ओर से आम चुनाव में विजयी गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी
ने 26 मई को नई दिल्ली में भारत के 15 वे प्रधान मंत्री रूप में शपथ ग्रहण की थी। मन्त्रिमण्डल
के 44 नये मंत्रियों ने भी इसी समारोह में शपथ ग्रहण की।
भारत के नये प्रधान
मंत्री पर एशियान्यूज़ से बातचीत में मुम्बई के काथलिक धर्माधिपति तथा भारतीय काथलिक
धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अध्यक्ष कार्डिनल ऑस्वल्ड ग्रेशियस ने कहाः "भारत की कलीसिया
आशावान है कि प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी सामाजिक एवं आर्थिक न्याय और साथ ही नागरिकों
के व्यक्तिगत एवं मौलिक अधिकारों के लिये काथलिक कलीसिया के साथ सहयोग करेंगे।"
उन्होंने कहाः "हम हमारे प्रधान मंत्री, सरकार एवं उसके नेताओं को अपनी प्रार्थनाओं
का आश्वासन देते हैं। ईश्वर उन्हें प्रज्ञा, साहस एवं निःस्वार्थ भाव से सेवा करने का
वरदान दें ताकि भारत के लोगों और विशेष रूप से निर्धनों, हाशिये पर जीवन यापन करनेवालों,
अल्पसंख्यकों एवं कमज़ोर वर्गों के कल्याण हेतु काम करने के लिये वे तत्पर रहे।"
शपथ
ग्रहण समारोह के मौके पर हज़ारों लोग राष्ट्रपति भवन पहुँचे थे तथा लगभग 7000 पुलिस कर्मियों
को सुरक्षा हेतु तैनात किया गया था।
समारोह में पूर्व प्रधान मंत्री मनमोहन
सिंह सहित काँग्रेस अध्यक्षा सोनिया गाँधी एवं उपाध्यक्ष राहुल गाँधी भी उपस्थित थे।
इनके अतिरिक्त, सात दक्षिण एशियाई देशों के राष्ट्राध्यक्ष सहित पाकिस्तान के
प्रधान मंत्री नवाज़ शरीफ़ भी शपथ ग्रहण समारोह शरीक हुए। शरीफ़ की उपस्थिति दोनों देशों
के इतिहास का एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक क्षण था इसलिये कि पहली बार किसी पाकिस्तानी प्रधानमंत्री
ने अपने समकक्ष के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लिया।