वाटिकन सिटी, शनिवार, 24 मई 2014 (वीआर सेदोक)꞉ पवित्र भूमि में प्रेरितिक यात्रा के
प्रथम पड़ाव जॉर्डन में सम्राट अब्दुल्लाह द्वितीय, शाही परिवार, अधिकारियों एवं जॉडन
की जनता ने संत पापा फ्राँसिस का भव्य स्वागत किया गया। इस अवसर पर संत पापा ने फिलिस्तीन
एवं ईराक के शरणार्थियों को उदारतापूर्वक शरण प्रदान करने एवं ज़रूरत मंदों की सहायता
करने के लिए उन्हें धन्यवाद दिया। मध्यपूर्व में गंभीर तनाव के मद्देनजर शांति बनाये
रखने हेतु संत पापा ने जॉडन के अधिकारियों को उनके सभी प्रयासों के लिए धन्यवाद दिया
तथा उन्हें प्रोत्साहन दिया। उन्होंने कहा कि सीरिया में चल रहे संघर्ष को कम करने तथा
इस्राइली-फिलिस्तीनी तनाव को खत्म करने के लिए तत्काल शांतिपूर्ण समाधान खोज निकालने
की आवश्यकता है। ऐसे संकट कालीन समय में इस्लामी मूल्यों को ध्यान में रखते हुए तथा अन्य
धर्मों की कद्र करते हुए मुस्लिम समाज का नेतृत्व करने के लिए संत पापा ने जॉडन के सम्राट
की सराहना की। उन्होंने कहा, ″यहूदियों, ख्रीस्तीयों और मुसलमानों के बीच समझदारी लाने
हेतु अंतर धार्मिक वार्ता की पहल को जॉडन ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है मैं आपके इस सहयोग
के प्रति कृतज्ञ हूँ।″ संत पापा ने जॉडनवासी ख्रीस्तीयों का भी अभिवादन किया। उन्होंने
ख्रीस्तीय विश्वास का साक्ष्य प्रस्तुत करने के लिए उन्हें धन्यवाद दिया तथा आशा व्यक्त
की कि उनकी धार्मिक स्वतंत्रता मध्यपूर्व एवं पूरे विश्व में बनी रहे। उन्होंने ख्रीस्तीयों
को देश के प्रति अपने उत्तरदायित्यों की याद दिलाई। अंत में उन्होंने जॉर्डन एवं वहाँ
के देशवासियों को उनके स्वागत हेतु धन्यवाद दिया। उन्हें शांति एवं समृद्धि की शुभकामनाएँ
अर्पित करते हुए अपना प्रेरितिक आर्शीवाद प्रदान किया।