समुद्र में डूबने वाले शरणार्थियों के प्रति संत पापा शोकित
वाटिकन सिटी, बृह्स्पतिवार, 15 मई 2014 (वीआर सेदोक)꞉ संत पापा फ्राँसिस ने 14 मई को
साप्ताहिक आम दर्शन समारोह के अवसर पर, संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण में एकत्रित
हज़ारों तीर्थयात्रियों को सम्बोधित करते हुए शरणार्थियों की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया
तथा यूरोप के सैनिक बल को इसपर ध्यान देने एवं मानव अधिकार को प्रमुख स्थान देने का आह्वान
किया। संत पापा ने धर्मशिक्षा माला समाप्त करने के बाद कहा कि हम उन सभी शरणार्थियों
के लिए प्रार्थना करें जो मेडिटेरेनियन सागर को पार करते समय अत्यधिक भीड़ के कारण समुद्र
में डूब कर मर गये हैं। संत पापा ने इस घटना को ‘शर्मनाक नरसंहार’ की संज्ञा दी। ज्ञात
हो कि रविवार 11 मई को 400 प्रवासियों से भरी नाव के पलटने से मरने वालों की संख्या अब
तक 17 पहुंच गयी है जब कि 206 आप्रवासियों को बचा लिया गया है लेकिन खोज प्रयास जारी
है। इटालियन नौसेना के सदस्य ने कहा कि नाव लीबिया से इटली के दक्षिणी द्वीप लम्पेदूसा
पहुँची। ‘जेस्विट शरणार्थी सेवा’ के प्रमुख प्रवक्ता जेम्स स्टाप्लेटॉन ने कहा कि
सिर्फ इटली के लोगों द्वारा इस समस्या के समाधान का प्रश्न नहीं है किन्तु मेडिटेरियन
में एक तगड़े बल की आवश्यकता है इसपर यूरोपीय संघ को विचार करना होगा। लोग अपने जीवन
को खतरे में डालकर परेशानी से भागने का प्रयास करते हैं। हमें उन्हें समझना चाहिए। संत
पापा के अनुसार हमें मानव अधिकार को प्रथम स्थान देना चाहिए। सीरिया से महिलाएँ, बच्चे
तथा सभी वर्ग और आयु के लोग भाग रहे हैं।