क्या भाईचारा व्यावसायिक निर्णय का हिस्सा हो सकता है?
वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 8 मई 2014 (वीआर सेदोक)꞉ ‘चेन्तेसिमुस अन्नुस’ का अंतरराष्ट्रीय
सम्मेलन, वाटिकन सिटी के नये सिनड सभागार में 8 से 10 मई तक सम्पन्न हो रहा है। सम्मेलन
का शीर्षक है ″आदर्श समाज एवं नौकरियों का भविष्यः क्या एकता और भाईचारा व्यावसायिक निर्णय
के हिस्से हो सकते हैं?″ ‘चेन्तेसिमुस अन्नुस’ के महासचिव मस्सीमो जेतामेलाता ने
सम्मेलन के आरम्भ में अपना वक्तव्य देते हुए कहा कि हम अपनी विचारधारा को बदलने की हिम्मत
रखें। उन्होंने कहा, ″इस प्रतिकूल परिस्थिति में, जब ज्यादा से ज्यादा लोग एवं परिवार
नौकरी से वंचित है तथा समाज में असमानता की स्थिति उत्पन्न हो रही है हमें एक ऐसी संभावना
की खोज करना चाहिए जो वास्तविकता के नये क्षितिज को खोल सके।″ उन्होंने कहा कि इस
नये क्षितिज का प्रतिनिधित्व तीन चीजें कर सकती हैं- रचनात्मकता, समुदायिक प्यार एवं
व्यवहारिक ज्ञान। रचनात्मकता का अर्थ है प्राप्त विभिन्न विकल्पों में से उत्तम का चुनाव
कर पाने की क्षमता, समुदायिक प्यार अथार्त् आपसी रिश्ते को प्रोत्साहन तथा व्यावहारिक
ज्ञान यानी विचारों को ठोस कार्यों में परिणत करने की क्षमता। महासचिव मस्सीमो जेतामेलाता
ने संत पापा फ्राँसिस के कथन को याद किया जिसमें उन्होंने गत वर्ष संस्था को सम्बोधित
कर कहा था, ″हम भूल गये हैं एवं भूल रहे हैं कि मानव प्राणी व्यापार, तर्क और बाज़ार
के मापदंडों के ऊपर है। अपनी सम्पूर्ण मानव प्रतिष्ठा के कारण वह प्रतिष्ठित जीवन जीने
तथा सार्वजनिक वस्तुओं के उपयोग में सक्रिय भाग ले सकता है।″ संत पापा बेनेडिक्ट सोलहवें
ने भी कहा है ″चूँकि यह मानवीय क्रिया हैं अतः अन्य मानवीय क्रियाओं की तरह आर्थिक क्रियाओं
को भी नैतिक रूप से संरचनात्मक एवं व्यवस्थित होना चाहिए।″