वाटिकन सिटीः परमाध्यक्षीय न्यास को सन्त पापा फ्राँसिस का सन्देश
वाटिकन सिटी, 02 मई सन् 2014 (सेदोक): वाटिकन में, शुक्रवार को, सार्वभौमिक काथलिक कलीसिया
के परमाध्यक्ष सन्त पापा को समर्पित न्यास, "पेपल फाऊन्डेशन", के सदस्यों ने सन्त पापा
फ्राँसिस का साक्षात्कार कर उनका सन्देश सुना।
रोम की वार्षिक तीर्थयात्रा पर
आये परमाध्यक्षीय न्यास के सदस्यों को दिये सन्देश में सन्त पापा फ्राँसिस ने पास्का
के महत्व को प्रकाशित कर कहा कि पास्का की अवधि में सम्पूर्ण विश्व के ख्रीस्तीय धर्मानुयायी
प्रभु द्वारा पाप पर मृत्यु की विजय का, नवीन सृष्टि के प्रति आकर्षण का तथा पवित्रआत्मा
के अवतरण का समारोह मनाते हैं। सन्त योहन रचित सुसमाचार को उद्धृत कर उन्होंने कहाः "पुनःरुत्थान
का आनन्द आपके हृदयों को उस शान्ति से परिपूरित कर दे जो यह संसार देने में असमर्थ है।"
परमाध्यक्षीय न्यास के कल्याणकारी कार्यों की सराहना करते हुए सन्त पापा फ्राँसिस
ने कहाः "अपनी स्थापना के क्षण से ही परमाध्यक्षीय न्यास ने कई उदारतापूर्ण योजनाओं को
समर्थन प्रदान कर कलीसिया के मिशन में योगदान दिया है। विकासशील देशों में न्यास द्वारा
दिये गये अंशदान की मैं, विशेष रूप से, सराहना करता हूँ जिससे कलीसिया की अनेक शैक्षिक,
कल्याणकारी तथा प्रेरितिक योजनाओं को समर्थन मिला है।"
इसके अतिरिक्त, लोकधर्मियों,
पुरोहितों एवं धर्मसंघियों के रोम में अध्ययन हेतु न्यास द्वारा अर्पित अर्थदान के लिये
भी सन्त पापा ने आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, "इस प्रकार आप नवीन पीढ़ी के उन नेताओं
के प्रशिक्षण को सुनिश्चित्त करते हैं जिनके मनोमस्तिष्क सुसमाचार के सत्य, काथलिक सामाजिक
शिक्षा के ज्ञान तथा सम्पूर्ण मानव परिवार की सेवा में संलग्न सार्वभौमिक कलीसिया के
साथ गहन सहभागिता में विकसित होते हैं।"
सन्त पापा जॉन 23 वें तथा सन्त पापा
जॉन पौल द्वितीय की सन्त घोषणा के सन्दर्भ में उन्होंने कहा, "हमारे युग के दो महान सन्त
पापाओं की सन्त घोषणा से चिह्नित इन महत्वपूर्ण दिनों में, मैं प्रार्थना करता हूँ कि
आप बपतिस्मा संस्कार के अनुग्रह तथा पुनर्जीवित ख्रीस्त के साथ वैयक्तिक साक्षात्कार
के आनन्द से परिपूर्ण शिष्यों के मिशनरी समर्पण में सुदृढ़ हो सकें। आपको और आपके परिजनों
को मैं माँ मरियम की मध्यस्थता के सिपुर्द करते हुए आप सबपर प्रभु की अनुपम आशीष की मंगलयाचना
करता हूँ।