2014-04-27 15:01:42

संत पापा जॉन 23 वें


वाटिकन सिटी, रविवार, 27 अप्रैल 2014 (सेदोक)꞉ संत पापा जॉन 23 वें का जन्म 25 नवम्बर सन् 1881 ई. को इटली के बेरगामो में हुआ था। उनका बपतिस्मा नाम अंजेलो जुसेपे रोनकोल्ली था। वे माता-पिता के 14 बच्चों में से चौथे स्थान पर थे। 10 अगस्त 1904 में उनका पुरोहिताभिषेक हुआ। वे फ्राँस, बुलगेरिया एवं ग्रीक के नॉनसियो रहे। 12 जून 1953 ई. में संत पापा पियुस ने उन्हें कार्डिनल नियुक्त किया। रोनकोली 28 अक्तूबर सन् 1958 ई. को 76 वर्ष की उम्र में संत पापा बने तथा सन् 1963 ई. तक कलीसिया की अगुवाई की।
मानव के प्रति संत पापा जॉन 23 वें का दृष्टिकोण अत्यन्त उत्साहवर्द्धक था। वे मानवाधिकारों के प्रबल वक्ता थे। अपने विश्व पत्र "पाचेम इन तेर्रिस" में उन्होंने लिखा था, "मनुष्य को जीने का अधिकार है। उसे अपने समुचित विकास के आवश्यक साधनों का अधिकार है, विशेष रूप से, भोजन, वस्त्र, आवास, स्वास्थ्य एवं चिकित्सा, विश्राम तथा आवश्यक सामाजिक सेवाओं का अधिकार है।″
कई अवसरों पर सन्त पापा जॉन 23 वें ने इस तथ्य पर बल दिया कि सब मनुष्य बराबर हैं, सब मनुष्य समान हैं। इस विश्व में न तो कोई बड़ा है और न ही कोई छोटा।
संत पापा जॉन 23 वें 6 जून, सन् 1963 ई. को इस धरती से विदा हो गये। उनके पार्थिव शरीर को संत पेत्रुस महागिरजाघर के तलघर में रखा गया था जिसे सन् 2000 में उनकी धन्य घोषणा के बाद संत पापा जॉन पौल द्वितीय ने संत पेत्रुस महागिरजाघर के संत जेरोम की वेदी पर स्थापित कर दिया।








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