त्रिस्सुरः कलीसिया दबावों के आगे नहीं झुकेगीः केसीबीसी
त्रिशूर, 22 अप्रैल सन् 2014 (ऊका समाचार): केरल की काथलिक धर्माध्यक्षीय समिति, केसीबीसी
ने कहा है कि काथलिक कलीसिया शिक्षा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में अनुचित दबावों के आगे
नहीं झुकेगी।
केसीबीसी का कहना है कि मुख्य रूप से इन क्षेत्रों में केरल
राज्य के विकास के नमूने विश्वव्यापी स्तर पर सराहनीय माने जाते हैं।
ज़ी
न्यूज के अनुसार, केसीबीसी के अध्यक्ष, त्रिशूर के महाधर्माध्यक्ष मार एंड्रयूज़ थाज़ाथ
ने कहा, "केरल के विकास नमूनों की राष्ट्रीय एवं अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर सराहना की जाती
है, विशेष रूप से, शिक्षा एवं स्वास्थ्य विकास उपलब्धियों के कारण जिसमें काथलिक कलीसिया
तथा उससे संलग्न संगठनों एवं संस्थाओं का महान योगदान रहा है।"
काथलिक यूनियन
और त्रिशूर में केरल काथलिक युवा आन्दोलन की 40 वीं वर्षगांठ समारोह पर बोलते हुए महाधर्माध्यक्ष
ने कहा कि यदि कोई कलीसिया अथवा उससे संलग्न संस्थाओं पर शिक्षा एवं स्वास्थ्य कार्यक्रमों
में बदलाव के लिये दबाव डालेगा तो उनके आगे वे कभी नहीं झुकेंगे।
उन्होंने
कहा कि सत्तारूढ़ यूनाईटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट में गुटीय झगड़ों ने सहिष्णुता की सीमा
पार कर दी है जिससे प्रशासन में बाधाएँ उत्पन्न हुई हैं।
महाधर्माध्यक्ष
मार एंड्रयूज़ थाज़ाथ ने उन आरोपों को निराधार बताया जिनमें कहा गया था कि केरल के काथलिक
शिक्षण संस्थान उन संस्थानों से जा मिले हैं जो शिक्षा को एक व्यवसाय बनाना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, "कलीसिया ने कभी भी शिक्षा को व्यवसाय की वस्तु नहीं समझा है।"
राज्य
में हर मुद्दे पर साम्प्रदायिक रंग चढ़ाने की प्रवृत्ति की भी महाधर्माध्यक्ष मार एंड्रयूज़
थाज़ाथ ने कड़ी निन्दा की।
उन्होंने कहा, "राज्य में सब कुछ को सांप्रदायिक रंग
दिया जाता है। गुटबंदी और साम्प्रदायिकता ने हर स्थिति में अपना बदसूरत सिर उठाया है।
सब कुछ के लिए जाति और धर्म को ध्यान में रखा जा रहा है और कलीसिया पूरी तरह से इसके
खिलाफ है।