वाटिकन सिटीः रात्रि जागरण याग से सन्त पापा ने काथलिकों को पास्का में कराया प्रवेश
वाटिकन सिटी, 20 अप्रैल सन् 2014 (सेदोक): वाटिकन स्थित सन्त पेत्रुस महागिरजाघर में
एकत्र लगभग 10,000 श्रद्धालुओं के साथ शनिवार रात्रि जागरण की धर्मविधि एवं ख्रीस्तयाग
अर्पित कर सन्त पापा फ्राँसिस ने विश्वव्यापी काथलिक कलीसिया को पास्का में प्रवेश कराया।
पास्का महापर्व के पूर्व, शनिवार, 19 अप्रैल की रात्रि सन्त पापा फ्राँसिस ने काथलिक
कलीसिया की समस्त पारम्परिक धर्मविधियों का सम्पादन किया। इस दौरान उन्होंने दस व्यक्तियों
को बपतिस्मा संस्कार भी प्रदान किया। इनमें तीन इताली किशोर तथा इटली, बेलारूस, सेनेगल,
लेबनान, फ्राँस, तथा वियतनाम के, 34 से 58 वर्ष की आयु वाले वयस्क शामिल थे। ख्रीस्तयाग
प्रवचन में सन्त पापा ने सुसमाचार के उस वृत्तान्त पर चिन्तन किया जिसमें दर्शाया गया
है कि प्रभु येसु की मृत्यु के बाद प्रेरितों का विश्वास किस तरह डाँवाडोल हो गया था
किन्तु पुनःरुत्थान के बाद खाली कब्र देखनेवाली महिलाओं द्वारा पुनः सुदृढ़ हुआ था। सन्त
पापा ने कहाः "उनका विश्वास तहस-नहस हो गया था, सबकुछ समाप्त प्रतीत हो रहा था, उनकी
सभी निश्चितताएं चूर चूर हो गई थीं, उनकी आशा मर गई थी। तथापि, महिलाओं का सन्देश, जो
कि अविश्वसनीय था, अन्धकार में प्रकाश की किरण जैसा उन तक पहुँचा।" सन्त पापा ने
श्रद्धालुओं से आग्रह किया कि वे भी अपने जीवन की दिशा की पुनर्खोज करें, ठीक उसी प्रकार
जैसे प्रेरितों ने अपने विश्वास की पुनर्खोज की थी।