ख्रीस्तीय जीवन एक संघर्ष, बुराई से बचने के लिए जागते रहें
वाटिकन सिटी, शनिवार, 12 अप्रैल 2014 (सीएनए) : संत पापा फ्राँसिस ने वाटिकन स्थित संत
मार्था प्रेरितिक प्रसाद के प्रार्थनालय में शुक्रवार 11 अप्रैल को अर्पित यूखरिस्तीय
बलिदान में प्रलोभन एवं बुराई पर जीत के उपाय पर प्रकाश डाला। उन्होंने प्रवचन में
कहा, ″हम सभी प्रलोभन में पड़ते हैं बुराई द्वारा आक्रमण के शिकार बनते हैं क्योंकि बुराई
की आत्मा पवित्रता, ख्रीस्तीय साक्ष्य एवं ख्रीस्त का शिष्य होना आदि पसंद नहीं करती
है।″ संत पापा ने येसु द्वारा प्रलोभन के संघर्ष पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनके
शिष्य होने के नाते हम भी उन्हीं की तरह, बुराई द्वारा आक्रमण के शिकार बनते हैं। बुराई
क्या करती है? वह अपने प्रलोभन द्वारा हमें येसु के रास्ते से भटकाती है। संत पापा
ने बुराई की तीन विशेषताओं की जानकारी दी जिसके द्वारा हम पापा के प्रलोभन में पड़ने
से बच सकते हैं। पहली विशेषता है कि प्रलोभन धीरे-धीरे शुरू होता है किन्तु लगातार बढ़ते
जाता है। दूसरा, यह बढ़कर दूसरे व्यक्ति को भी प्रभावित करता है। यह फैलता तथा समुदाय
का हिस्सा बनना चाहता है। तीसरा लक्षण है, आत्मा को शांत करने हेतु यह अपने को न्यायसंगत
ठहराता है। संत पापा ने निर्जन प्रदेश में येसु के प्रलोभन को ध्यान देते हुए कहा
कि शैतान ने अपने प्रथम प्रयास पर असफल होने के कारण अधिक कड़ाई से येसु की परीक्षा ली। संत
पापा ने अंत में सलाह देते हुए कहा कि हम अपनी प्रार्थना में जागरूक बने रहें। हम सब
प्रलोभन के शिकार हैं क्योंकि ख्रीस्तीय जीवन एक संघर्ष है। संसार का नायक शैतान हमारी
पवित्रता पसंद नहीं करता अतः हमें सुसमाचार से सीखना चाहिए कि हम किस प्रकार उससे विजय
प्राप्त करें।