वाटिकन सिटीः जॉन पौल द्वितीय की नवीं पुण्य तिथि पर उनकी "गहन मानवीयता" का स्मरण
वाटिकन सिटी, 02 अप्रैल सन् 2014 (सेदोक): 02 अप्रैल सन् 2005 को धन्य सन्त पापा जॉन
पौल द्वितीय के निधन की घोषणा करनेवाले वाटिकन के वरिष्ठ कार्डिनल लेओनारदो सान्द्री
ने जॉन पौल द्वितीय की नवीं पुण्य तिथि पर उनकी "गहन मानवीयता" को याद किया।
वाटिकन
रेडियो से बातचीत में उन्होंने कहा, "इस महान आत्मा के समक्ष वे अपने आप को अयोग्य मानते
हैं क्योंकि सन्त पापा जॉन पौल द्वितीय सुसमाचार के सच्चे साक्षी, शांति पुरुष तथा त्याग,
तपस्या एवं अकिंचनता में जीवन यापन करनेवाले महान पुरुष थे।"
सन्त पापा जॉन
पौल द्वितीय की "गहन मानवीयता" का स्मरण कर उन्होंने कहा कि अपने जीवन के अन्तिम वर्षों
में उन्होंने गहन शारीरिक पीड़ा एवं प्रताड़ना का अनुभव किया किन्तु इसके बावजूद प्रभु
ईश्वर में उनका विश्वास अटल रहा जिसे वे विश्व में जीवन के अन्तिम क्षण तक प्रसारित करते
रहे।"
उन्होंने कहा कि "हम जो उन्हें निकट से जानते थे तथा वे लाखों लोग जो उनके
निधन के समय सन्त पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण में "सुबीतो सान्तो" के नारे लगा रहे
थे जानते थे कि वे सन्त थे किन्तु अब कलीसिया आधिकारिक रूप इस महान पुरुष को सन्त घोषित
कर वेदी का सम्मान प्रदान करेगी ताकि विश्व जान ले कि उनका मध्यस्थ ईश्वर के बिलकुल क़रीब
है।"