श्रोताओं के पत्र पत्र – 7.2.14 वे 7 फरवरी के पत्र में 4 फरवरी के कार्यक्रम की
समीक्षा प्रस्तुत करते हुए लिखते हैं- जय मसीह की! खुशी के साथ सूचित करना है कि 04
फरवरी को शाम की सभा मेँ जूलियट क्रिस्टोफर तथा फा. जस्टीन तिर्की द्वारा प्रस्तुत कार्यक्रम-
'कलीसियाई दस्तावेज एक अध्ययन' मेँ विश्वास के महत्व, अर्थपूर्ण जीवन जीने के तरीके तथा
मुक्ति की प्राप्ति पर संक्षिप्त जानकारी दी गयी जानकारी सटीक तथा सारगर्भित लगी। सुन्दर
प्रस्तुति के लिए प्रस्तुतकर्ता तथा वाटिकन रेडियो परिवार को हार्दिक धन्यवाद! वे
15 मार्च के अपने दूसरे पत्र में होली की शुभकामनाएँ देते हुए लिखते हैं- ईश्वर आपको
जीवन के सभी रंग प्रदान करे, आनन्द के रंग, खुशी के रंग, मित्रता के रंग, प्यार के रंग
तथा अन्य सभी रंग जिनसे आप अपने जीवन को रंगना चाहते हैं। होली का त्यौहार आप सभी को
मुबारक हो। डॉ. हेमान्त कुमार, प्रियदर्शनी रेडियो लिस्नर्स क्लब के अध्यक्ष, गोराडीह
भागलपुर, बिहार। पत्र- 17.3.14 श्रद्धेय फादर जस्टिन, आपको, मिस जुलियेट ख्रीस्टोफर
एवं सिस्टर उषा को जय येसु एवं ईश्वर का आशीर्वाद मिलता रहे। मैं सिस्टर इग्नासिया पन्ना
डीएसए और मेरी सहायिका सिस्टर स्कोलास्टिका टोप्पो डीएसए, माताओं एवं विवाहित महिलाओं
के लिए एक विशेष कार्यक्रम के तहत कैम्पबेल बे आये हुए हैं। मुख्य कार्यक्रम रविवार 16
मार्च के एक समिनार में सम्पन्न हुआ। सेमिनार ‘विश्वास की आखों’ शीर्षक पर केंद्रित था।
इसमें पल्ली की 83 महलाओं ने सक्रिय रूप से भाग लिया। यहाँ हमारे ठहरने के दौरान,
फादर सिप्रियन ने हमें सिस्टर उषा के बारे बताते हुए बुधवार 12 मार्च को पूर्व प्रसारित
कार्यक्रम सुनाया तथा वाटिकन रेडियो की जानकारी दी। हम दोनों ने पहली बार संत पापा के
रेडियो का प्रसारण सुना। कार्यक्रम सुनने की खुशी पर ये पंक्तियाँ आप को भेज रहे हैं।
जय येसु। सिस्टर इग्नासिया डी एस ए, अंडमान निकोबार। पत्र 17.3.14 आदरणीय पिताजी,
आप सभी को प्रभु येसु के नाम में नमस्कार। आप सभी को चालीसा काल और होली की हार्दिक
मंगलकामनाएँ। प्रभु येसु हमें सन्मार्ग दिखाएँ यही हमारी कामना है। विद्यानन्द रामदयाल,
पियर्स मोरिसस।
पत्र- 17.3.14 वाटिकन रेडियो हिंदी सर्विस के सभी मित्र,
सभी श्रोता मित्रों व वेबसाइट के समस्त पाठकों को रंगों के त्यौहार होली की हार्दिक शुभकामनायें। अतुल
कुमार, राजबाग रेडियो लिसनर्स क्लब के अध्यक्ष, पुपरी, सीतामढ़ी, बिहार।