2014-03-25 12:20:04

नई दिल्लीः दिल्ली के ख्रीस्तीयों के लिये "आप" एक विकल्प


नई दिल्ली, 25 मार्च सन् 2014 (ऊका समाचार): दिल्ली के ख्रीस्तीय धर्मानुयायी काँग्रेस की जगह अब आम आदमी पार्टी "आप" में एक विकल्प देख रहे हैं ताकि अपनी उत्कंठाओं को राष्ट्रीय संसद तक पहुँचा सकें।

द न्यू इंडियन एक्सप्रेस के हवाले से ऊका समाचार ने प्रकाशित किया कि पारंपरिक रूप से कांग्रेस पार्टी को समर्थन देते आये दिल्ली के ख्रीस्तीय समुदाय के नेताओं ने अल्पसंख्यक समुदाय के मुद्दों पर आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के साथ बैठक हेतु "आप" से सम्पर्क किया है ताकि इस नई राजनैतिक पार्टी का दृष्टिकोण समझा जा सके।

न्यू केवलरी चर्च के पादरी एम.एम. सिंह ने केजरीवाल की पार्टी के स्वयंसेवकों से मुलाकात कर उक्त बैठक का निवेदन किया है। उनका कहना था, "दिल्ली के पूर्व मुख्य मंत्री एक अच्छे इन्सान हैं जो समाज से भ्रष्टाचार को हटाना चाहते हैं तथा भ्रष्ट लोगों को दूर कर समाज को बदलना चाहते हैं।"
दिल्ली महाधर्मप्रान्त के प्रवक्ता फादर दोमीनिक एम्मानुएल का कहना है कि समुदाय अब राजनीति के प्रति जागरुक हो गया है तथा नई क्षेत्रीय पार्टियों में विकल्प तलाशने के लिये तैयार है।

हालांकि, उन्होंने इस बात पर बल दिया कि कलीसिया अपने विश्वासियों के मतदान पर किसी प्रकार का प्रभाव नहीं डालती। उन्होंने कहा, "गिरजाघरों में हम अनुयायियों को कभी किसी विशिष्ट पार्टी या उम्मीदवार के पक्ष में मतदान के लिये नहीं कहते। हम उनसे कहते हैं कि उन्हें अपना क़ीमती मत उसी को देना चाहिये जो धर्मनिर्पेक्ष हो, धर्म पालन की स्वतंत्रता का सम्मान करता हो, सामाजिक परिवर्तन के प्रति उदार हो तथा बलात धर्मान्तरण के लिये मजबूर नहीं करता हो।"

आगामी चुनाव के लिये "आप" विभिन्न धार्मिक अल्पसंख्यक समुदायों तक पहुँची है तथा पार्टी ने कई मुसलमानों को भी लोकसभा के टिकट दिये हैं किन्तु बहुत कम ख्रीस्तीयों ने लोकसभा टिकटों का आवेदन किया है।

"आप" के एक नेता ने कहा, "हम एक धर्मनिरपेक्ष पार्टी हैं और कई धार्मिक समुदायों ने हमसे संपर्क किया है क्योंकि वे बदलाव चाहते हैं और हम उन्हें एक विकल्प दे रहे हैं। उन्होंने हमें चुनाव में समर्थन देने का वादा किया है। "











All the contents on this site are copyrighted ©.