पुणेः पुणे के ख्रीस्तीय पुण्य बृहस्पतिवार को ही करेंगे मतदान
पुणे, 20 मार्च सन् 2014 (ऊका समाचार): पुणे के ज़िलाधीश सौरभ राव ने कहा है कि पुणे
ज़िले में 17 अप्रैल के लिये निर्धारित मतदान की तारीख बदली नहीं जायेगी किन्तु ऐसी व्यवस्था
की जायेगी ताकि पुण्य बृहस्पतिवार को होनेवाली चर्च की सेवाएँ किसी प्रकार बाधित न हों।
ख्रीस्तीयों ने आशंका व्यक्त की थी कि मतदान केन्द्रों के लिये चयनित कलीसिया
संचालित स्कूलों में लोगों की आवाजाही तथा मतदान गतिविधियों से पुण्य बृहस्पतिवार की
धर्मविधि में विघ्न पड़ सकता है।
पुण्य बृहस्पतिवार को यूखारिस्तीय संस्कार की
स्थापना का समारोह मनाने के उपरान्त ख्रीस्तीय धर्मानुयायी गुड़ फ्रायडे के दिन येसु
के दुखभोग एवं क्रूस मरण की याद में विविध धर्मविधियों में भाग लेते हैं तथा रविवार को
प्रभु येसु मसीह के पुनरुत्थान का पास्का या ईस्टर महापर्व मनाते हैं।
पुणे
के छः गिरजाघरों से संलग्न स्कूलों को मतदान केन्द्रों के रूप में चुना गया है।
ज़िलाधीश
राव का कहना है कि उन्होंने सभी कलीसिया संचालित स्कूलों में लगाये मतदान केन्द्रों का
दौरा किया है तथा फैसला किया है कि मतदान केन्द्रों के आस-पास विशेष बाड़ लगाई जायेगी
ताकि गिरजाघरों में आयोजित धर्मविधियों में किसी प्रकार का विघ्न न पड़े तथा श्रद्धालुओं
के आने जाने की स्वतंत्रता सुनिश्चित्त की जा सके।
इस बीच, पुणे धर्मप्रान्त
के प्रतिधर्माध्यक्ष मैल्कम सिक्वेरा ने ऊका समाचार से कहा कि उन्हें ज़िलाधीश से इस
प्रकार का कोई लिखित उत्तर नहीं मिला है। उन्होंने इस बात को पुनः दुहराया कि पुण्य बृहस्पतिवार
ख्रीस्तीयों के लिये पवित्र दिन है तथा इस दिन मतदान का आयोजन उचित नहीं है।