2014-03-17 14:15:51

येसु को सुनें


वाटिकन सिटी, सोमवार 17 मार्च 2014 (सेदोक, वीआर) संत पापा फ्राँसिस ने रविवार 16 मार्च को चालीसा के दूसरे सप्ताह का यूखरिस्तीय बलिदान रोम पूर्व तिभोली के मार्ग में अवस्थित ‘सान्ता मरिया देलोरात्स्योने पल्ली में अर्पित किया।

संत पापा ने अपने प्रवचन में लोगों का ध्यान ईशवचन की महत्ता की ओर खींचते हुए कहा कि एक ख्रीस्तीय का यह परम कर्त्तव्य है कि वह ईशवचन को सुने अर्थात् येसु को सुने क्योंकि वह हमसे बातें करता है और अपने वचन से हमें मुक्ति प्रदान करता है।

उन्होंने कहा कि येसु अपने वचन से हमारे विश्वास को सुदृढ़ करता है अतः हम येसु को सुनें। उन्होंने कहा, "आप मुझसे कहेंगे कि एक ईसाई का दायित्व है, वह रविवार को गिरजा जाये और वह पवित्र सप्ताह काल में उपवास तथा परहेज करे, ये ठीक है पर एक ख्रीस्तीय का सबसे बड़ा दायित्व है कि वह येसु को सुने।"

संत पापा ने यूखरिस्तीय बलिदान अर्पित करने के बाद पल्लीवासियों से मुलाक़ात की ओर बीमारों, अपंगों और बच्चों को आशीर्वाद दिये। संत पापा ने उन बच्चों से भी मुलाक़ात जिन्होंने पहला परमप्रसाद और दृढ़ीकरण संस्कार ग्रहण किये।

संत पापा से मिलने वालों में ख्रीस्तीय बनने के लिये धर्मशिक्षा ग्रहण करने वाले भी शामिल थे

मालूम हो कि ‘सान्ता मरिया देलोरातस्योने’ पल्ली के स्थापना सन् 1989 ईस्वी में हुई थी पर सन् 2002 ईस्वी इस पवित्र प्रार्थनालय को ईश्वर को समर्पित किया गया।









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