लाहौर, सोमवार 17 मार्च 2014 (एशियान्यूज़) पाकिस्तान में ईशनिन्दा के आरोप में चार साल
से जेल में बंद आशिया बीबी के अपील की सुनवाई 17 मार्च को लाहौर उच्च न्यायालय में होगी।
पाँच संतान की माँ आशिया बीबी को सन् 2009 में उस समय गिरफ़्तार कर लिया गया
था जब उस पर यह आरोप लगाये गये थे उन्होंने पैगम्बर मुहम्मद का अपमान किया है। पाकिस्तान
में पैगम्बर मुहम्मद के अपमान की सजा मृत्युदंड है।
मालूम हो कि अंतरराष्ट्रीय
समुदाय, काथलिक कलीसिया और कई मानवाधिकार संगठनों ने इसका जोरदार विरोध किया है। इस मामले
की सुनवाई के दौरान लाहौर हाई कोर्ट इसकी सुनवाई करेगा।
सुनवाई के बारे में अपने
विचार व्यक्त करते हुए ब्रिटिश सेक्शन के नासिर साईद ने कहा कि आशिया बीबी के मामले पर
सुनवाई आसान नहीं होगी क्योंकि पूरी दुनिया की नज़र उस पर होगी।
उन्होंने कहा
कि उनकी प्रार्थना है कि ईश्वर न्यायधीशों को साहस से भर दे ताकि वे अन्तरराष्ट्रीय नियमों
का पालन करते हुए निर्भीक होकर न्याय दे सकें।
विदित हो आशिया बीबी को 10 नवबर
मृत्युदंड की सजा सुना गयी थी। और तब से उन्होंने पाकिस्तान के पंजाब प्राँत शेखपूरा
जेल में रखा गया है। आशिया बीबी के समर्थन में न्याय की माँग करने वाले पंजाब गवर्नर
सल्मान तासीर और अल्पसंख्यक और धार्मिक मामलों के मंत्री शाहबाज भट्टी ने भी अपने प्राण
गवाँ दिये।
संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें ने भी अपील की थी आशिया बीबी की रिहाई
के लिये अपील की थी।
आशिया बीबी पर आरोप है कि उन्होंने उस कूँए का जल पीया
जिसका मालिक एक मुसलमान था। लोगों ने उसपर पानी को गंदा करने का आरोप लगाया और फिर बहस
की प्रक्रिया में पैगम्बर मुहम्मद को अपमानित करने का भी आरोप लगा दिया।