वाटिकन सिटीः परिवार के समक्ष प्रस्तुत चुनौतियों पर कार्डिनल कास्पेर
वाटिकन सिटी, 12 मार्च सन् 2014 (सेदोक): वाटिकन के वरिष्ठ कार्डिनल तथा ख्रीस्तीयों
के बीच एकता सम्बन्धी परमधर्मपीठीय परिषद के पूर्वाध्यक्ष कार्डिनल वॉल्टर कास्पेर ने
अपनी नवीन कृति "गॉस्पल ऑफ द फेमिली" में पारिवारिक जीवन के समक्ष प्रस्तुत गम्भीर प्रश्नों
पर चिन्तन किया है।
वाटिकन रेडियो से बातचीत में कार्डिनल महोदय ने, जर्मन तथा
इताली भाषाओं में प्रकाशित, उक्त पुस्तक का उद्देश्य स्पष्ट करते हुए कहा कि इसका प्रमुख
लक्ष्य परिवार के समक्ष प्रस्तुत चुनौतियों पर धर्मसैद्धान्तिक समझदारी उत्पन्न करना
है। उन्होंने कहा कि फरवरी माह में कार्डिनलों के समक्ष उन्होंने पुस्तक की प्रस्तावना
की थी ताकि आगामी अक्टूबर के लिये आयोजित विश्व धर्माध्यक्षीय धर्मसभा में परिवार के
समक्ष आनेवाली गम्भीर कठिनाइयों पर ध्यान केन्द्रित किया जा सके।
कार्डिनल महोदय
ने कहा, "कलीसिया की धर्मशिक्षा के अनुकूल विवाह संस्कार की अविच्छेद्यता को बरकरार रखते
हुए, पारिवारिक जीवन की समस्याओं से घिरे, दम्पत्तियों की मदद करना, उन्हें समर्थन देना
तथा प्रोत्साहन देना अनिवार्य है।"
कार्डिनल कास्पेर ने कहा कि उनकी पुस्तक "गॉस्पल
ऑफ द फेमिली" तलाक एवं पुनर्विवाह के प्रश्नों तक ही सीमित नहीं है बल्कि इसमें सभी पारिवारिक
समस्याओं पर ध्यान दिया गया है।
उन्होंने कहा, "अधिकांश युवा व्यक्ति स्थायी सम्बन्ध
चाहते हैं, वे परिवार में रहना पसन्द करते हैं और इसीलिये कलीसिया का दायित्व है कि वह
परिवार पर नये सिरे से और बेहतर ढंग से धर्मसैद्धान्तिक समझदारी उत्पन्न करे।"
कार्डिनल कास्पेर ने इस बात पर बल दिया कि विवाह एवं परिवार के मूल्यों के प्रति
उदासीन दम्पत्तियों को भी मदद की ज़रूरत होती है। उन्होंने कहा कि कठोरता एवं लापरवाही
दोनों ही हानिकारक हैं इनके बजाय मध्यम मार्ग अपना कर बिछड़े हुए ख्रीस्तीय दम्पत्तियों
को पुनः कलीसिया में लाया जा सकता है।