बैंगलोरः हत्या के शिकार पुरोहित के परिवार ने खटखटाया उच्च अदालत का दरवाज़ा
बैंगलोर, 12 मार्च सन् 2014 (ऊका समाचर): बैंगलोर में, काथलिक गुरुकुल के प्राचार्य फादर
के.जे. थॉमस की हत्या की धीमी जाँच से निराश उनके परिवार ने उच्च स्तरीय जाँच पड़ताल
की मांग करते हुए कर्नाटक के उच्च न्यायालय का दरवाज़ा खटखटाया है।
फादर थॉमस
के परिजनों ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से हत्या की जाँच करवाने की अपील की है।
परिवार के वकील सीजी मलयायिल ने कहा, "अदालत ने विगत गुरुवार को मामला उठाया
तथा राज्य से याचिका पर उत्तर मांगते हुए एक नोटिस जारी किया है।"
उन्होंने
बताया कि मामला सीबीआई के पास जाना चाहिये या नहीं यह निर्णय लेने से पूर्व राज्य अब
तक हुई जाँच पड़ताल में प्रगति पर रिपोर्ट प्रस्तुत करेगा।
विगत सप्ताह, पुलिस
ने दो और पुरोहितों को नारको टेस्ट के लिये भेजा था जिसके परिणामों के लिये 15 से 20
दिन लगेंगे।
बैंगलोर स्थित सन्त जोसफ परमधर्मपीठीय काथलिक गुरुकुल में 11 माहों
पूर्व, पहली अप्रैल सन् 2013 को, 64 वर्षीय प्राचार्य फादर के.जे. थॉमस का रक्तरंजित
शव उनके कमरे में पाया गया था।
पुलिस का कहना है कि फादर थॉमस अपने हत्यारों को
जानते थे और जब उन्होंने अपना कमरा खोला तब हत्यारों ने उनपर वार कर उन्हें मार डाला।
विगत
अगस्त माह में पुलिस ने गुरुकुल के मुख़्तार फादर पैट्रिक ज़ेवियर का भी नारको टेस्ट
किया था। पुलिस का यह भी दावा है कि हत्या की रात पाँच पुरोहित गुरुकुल में मौजूद थे
जबकि, प्रारम्भिक रिपोर्ट में कहा गया था कि उस समय केवल फादर पैट्रिक ज़ेवियर गुरुकुल
में उपस्थित थे।