कर्नाटकः ईस्टर सप्ताह में मतदान को रोकने की भाजपा की कोशिश
कर्नाटक 12 मार्च सन् 2014 (ऊका समाचार): कर्नाटक में भाजपा की इकाई ने निर्वाचन आयोग
में एक याचिका दायर कर राज्य में 17 अप्रैल के मतदान दिवस को बदलने की अपील की है इसलिये
कि 17 अप्रैल से ईस्टर महापर्व के उपलक्ष्य में पड़नेवाली छुट्टियाँ मतदान को प्रभावित
कर सकती हैं।
भाजपा चाहती है कि विधान सभा चुनाव 17 अप्रैल के बजाय 22 अथवा
23 अप्रैल को रखे जायें। इस याचिका को लेकर भाजपा नेता और पूर्व मंत्री एस सुरेश कुमार
ने सोमवार को चुनाव आयोग के समक्ष एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया।
उन्होंने
इस बात की ओर ध्यान आकर्षित कराया कि 17 अप्रैल को पुण्य गुरुवार है जिसके बाद गुड फ्रायडे
की छुट्टी है और फिर ईस्टर शनिवार और इतवार है। इसके अतिरिक्त 14 अप्रैल को भी अम्बेडकर
जयन्ती की छुट्टी है।
ग़ौरतलब है कि एक सप्ताह पूर्व ही काथलिक कलीसिया ने
मतदान दिवस में परिवर्तन की मांग की थी।
बैंगलोर के महाधर्माध्यक्ष बर्नार्ड
मोरस ने निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर मतदान दिवस में परिवर्तन की मांग की थी इसलिये कि
17 अप्रैल पुण्य गुरुवार है जो प्रभु येसु मसीह के अन्तिम भोजन का स्मारक दिन तथा ख्रीस्तीयों
के लिये पवित्र दिन है।
महाधर्माध्यक्ष ने आयोग को लिखे अपने पत्र में कहा
था कि मतदान दिवस काथलिक धर्मानुयायियों के धार्मिक एवं संवैधानिक कर्त्तव्यों के बीच
गम्भीर दुविधा उत्पन्न करेगा जिसके कारण वे या तो अपने अनिवार्य धार्मिक क्रियाकलापों
अथवा मतदान के अधिकार से वंचित हो सकते हैं।